पुलिस मुख्यालय में पुलिस आयुक्तों (सीपी), एसपी और एसएचओ के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए, डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि हरियाणा पुलिस की कार्यशैली में बदलाव लाया जाएगा। पुलिस को अब सक्रिय, समाधानोन्मुखी, समन्वित और नागरिक-केंद्रित बनना होगा। पुलिसकर्मियों के रहने और काम करने की स्थिति में भी सुधार किया जाएगा।
डीजीपी ने हरियाणा पुलिस आवास निगम (एचपीएचसी) के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे दो हफ़्तों के भीतर सभी पुलिस थानों और चौकियों का उन्नयन सुनिश्चित करें। रसोई, शौचालय, बिजली के तारों और सुरक्षा व्यवस्थाओं की मरम्मत और सुधार किया जाए। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि हर पुलिस थाना साफ़-सुथरा और व्यवस्थित होना चाहिए। इंजीनियरों को हर थाने का दौरा करने और अपनी रिपोर्ट देने की व्यक्तिगत ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।
उन्होंने कहा, “मेरा उद्देश्य पुलिस को चुस्त-दुरुस्त और कार्यशील बनाए रखना है। ड्यूटी के दौरान गलतियाँ स्वाभाविक हैं, लेकिन अनुशासनहीनता या दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”यदि कोई अपराधी कानून तोड़ता है तो उसे कानूनी प्रक्रिया के अनुसार सलाखों के पीछे भेजा जाएगा, लेकिन यदि कोई जवाबी कार्रवाई करता है या पुलिस पर हमला करता है तो उसे तत्काल और उचित जवाब मिलेगा।
डीजीपी ने निर्देश दिए कि शहीद जवानों के परिवारों को नियमानुसार तत्काल सहायता मिलनी चाहिए और हर 15 दिन में उनकी स्थिति की रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी चाहिए। उन्होंने जिला अधिकारियों को नियमित रूप से क्षेत्र का दौरा करने और पुलिस कर्मियों के साथ बातचीत करने का निर्देश दिया।
सिंह ने कहा कि पुलिस को सोशल मीडिया पर सक्रिय रहना चाहिए और अधिकारियों को पुलिस के खिलाफ अफवाह या गलत सूचना फैलाने वालों पर नजर रखनी चाहिए

