तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने मंगलवार को बिलासपुर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (बाल) में राज्य की दूसरी अंतरिक्ष प्रयोगशाला का उद्घाटन करने के बाद विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिले के सरकारी स्कूलों में स्थापित की जा रही अंतरिक्ष प्रयोगशालाएं युवाओं को अंतरिक्ष, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के प्रति प्रेरित करेंगी।
बिलासपुर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक की पहल की सराहना करते हुए मंत्री ने कहा कि अंतरिक्ष प्रयोगशाला जिले में शैक्षिक सुधारों का एक अनिवार्य हिस्सा साबित होगी। धर्माणी ने कहा कि अंतरिक्ष प्रयोगशाला छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान, रोबोटिक्स और एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करेगी।
प्रयोगशाला में ड्रोन, 3डी प्रिंटर, दूरबीन और इसरो के विभिन्न मिशनों के मॉडल मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों को उपग्रह संचार और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग जैसे विषयों का गहन ज्ञान मिलेगा और भविष्य में ये ज्ञान की अनिवार्य आवश्यकता होगी।
उन्होंने आस-पास के स्कूलों के छात्रों से प्रयोगशाला देखने का आग्रह किया। धर्माणी ने अंतरिक्ष प्रयोगशाला की स्थापना के लिए एचडीएफसी बैंक द्वारा अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व कोष से 12 लाख रुपए का योगदान देने के लिए आभार व्यक्त किया।
बिलासपुर के घुमारवीं स्थित जीएसएसएस में पहली अंतरिक्ष प्रयोगशाला स्थापित की गई है। जिले में ऐसी चार और प्रयोगशालाएं स्थापित करने की योजना है। धर्माणी ने एचडीएफसी बैंक के क्लस्टर हेड अंकित शर्मा, शाखा प्रबंधक पंकज गुलेरिया और एरिया हेड रितेश शर्मा को भी सम्मानित किया।
उन्होंने बताया कि 10 छात्रों को शैक्षणिक भ्रमण पर अहमदाबाद स्थित इसरो के अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र भेजा गया उन्होंने कहा कि 50 और छात्रों को ऐसी यात्राओं पर भेजने की तैयारी चल रही है।स्कूल में रहते हुए, धर्माणी ने पहली गतिविधि-आधारित शिक्षा (एबीएल) कक्षा का भी उद्घाटन कियाइस अवसर पर पूर्व विधायक तिलक राज शर्मा और स्कूल के प्रधानाचार्य श्याम लाल भी उपस्थित थे।
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