कुल्लू ज़िले के सेओबाग गाँव में डायरिया का प्रकोप फैल गया है, जिससे 65 निवासी प्रभावित हुए हैं – 18 पुरुष, 40 महिलाएँ और सात बच्चे। एक बच्चे की हालत गंभीर बताई जा रही है और उसका कुल्लू के क्षेत्रीय अस्पताल में इलाज चल रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की एक टीम तुरंत कार्रवाई करते हुए गाँव पहुँची और मरीजों की जाँच की और दवाइयाँ बाँटीं। शुरुआती जाँच में संक्रमण का संभावित स्रोत दूषित पेयजल बताया गया है। जल आपूर्ति विभाग ने तुरंत गाँव के जल स्रोत की सफाई और उसे सैनिटाइज़ किया।
नग्गर ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) डॉ. करण ने बताया कि प्रभावित लोगों को ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट (ओआरएस) और अन्य आवश्यक दवाइयाँ निःशुल्क उपलब्ध कराई गईं। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों से बातचीत में एक सामान्य संबंध सामने आया: स्थानीय पेयजल पीने के तुरंत बाद लक्षण उभर आए। इसके बाद, जल शक्ति विभाग को औपचारिक रूप से सूचित किया गया और उपचारात्मक उपाय किए गए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. नागराज पवार ने स्वास्थ्य विभाग को गाँव में व्यापक स्वास्थ्य जाँच करने के निर्देश दिए। इसके बाद, चिकित्सा दल ने सभी घरों की जाँच की, उपचार दिया और स्थिति पर कड़ी नज़र रखी।
निवासियों को सलाह दी गई है कि वे हाथों की उचित स्वच्छता बनाए रखें, केवल उबला हुआ या शुद्ध पानी पिएँ, और स्वास्थ्य लाभ के लिए अपने आहार में दही जैसे प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें। इस प्रकोप ने पूरे समुदाय में चिंता पैदा कर दी है, दैनिक जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है और सुरक्षित पेयजल की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित किया है।
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