करनाल/अंबाला, 4 जून धान की रोपाई के चरम मौसम के बीच, हरियाणा के किसान पंजाब के अपने समकक्षों द्वारा ‘किसान आंदोलन 2.0’ को तेज करने के लिए शंभू सीमा की ओर मार्च करने के आह्वान पर विभाजित हैं।
हरियाणा में कई यूनियनों ने अपने व्यस्त कार्यक्रम और खराब मौसम का हवाला देते हुए हरियाणा और पंजाब की अंतरराज्यीय सीमा पर चल रहे मौजूदा आंदोलन में भाग नहीं लेने का फैसला किया है। हालांकि, कुछ यूनियनों ने अपना समर्थन देने का वादा किया है।
भारतीय किसान नौजवान यूनियन के संयोजक अभिमन्यु कोहाड़ ने पुष्टि की कि आने वाले दिनों में हरियाणा से और अधिक किसान इसमें शामिल होंगे। बीकेयू (धन्ना भक्त) के अध्यक्ष होशियार सिंह गिल ने अपनी सक्रिय भागीदारी की पुष्टि की और 4 जून को खनौरी-दातासिंह सीमा पर एक महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने की योजना बनाई।
बीकेयू (शहीद भगत सिंह) शंभू सीमा पर चल रहे विरोध प्रदर्शन में सक्रिय रूप से भाग ले रहा है। प्रमुख किसान संगठन इस आंदोलन में भाग लेने से बच रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन (आर्य) के अध्यक्ष सेवा सिंह आर्य ने कहा कि किसानों की मांगें जायज हैं, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका संघ इस समय विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होगा।
युवा बीकेयू (चरुनी) के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम कसाना ने आंदोलन को सशर्त समर्थन दिया है। उन्होंने कहा, “अभी तक हम आंदोलन में शामिल नहीं हुए हैं, लेकिन अगर समर्थन मांगा जाएगा तो हम समर्थन देंगे।”
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