चंडीगढ़, 17 जुलाई हरियाणा सरकार द्वारा बैरिकेड्स हटाने और सीमाएं खोलने के बाद पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान संगठन दिल्ली की ओर कूच करेंगे।
यह घोषणा आज यहां किसान यूनियन के नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल, अभिमन्यु कोहर, सुरजीत सिंह फूल और अन्य ने की। नेताओं ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा सड़कें खुलने के बाद अपना सारा सामान और ट्रैक्टर-ट्रेलर लेकर अपना “दिल्ली चलो” मार्च शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि वे सभी फसलों पर एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित अपनी मांगों के लिए दबाव बनाना जारी रखेंगे।
उन्होंने व्यापारियों और कारोबारियों से हरियाणा सरकार द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स हटाने की मांग में शामिल होने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा, “हम 22 जुलाई को दिल्ली में एक सम्मेलन आयोजित करेंगे और विपक्षी नेताओं से संसद में हमारी मांगें उठाने के लिए कहेंगे।”
जगजीत सिंह दल्लेवाल ने चंडीगढ़ में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, “दोनों यूनियनों के समूहों से जुड़े किसान 13 फरवरी से शंभू और खनौरी सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, आंदोलन जारी रहेगा।”
हाल ही में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को शंभू बॉर्डर खोलने को कहा है। सुरजीत सिंह फूल ने कहा, “अब यह स्पष्ट हो गया है कि किसानों ने हाईवे को ब्लॉक नहीं किया है, बल्कि हरियाणा सरकार ने इसे ब्लॉक किया है।”
दल्लेवाल ने आंदोलन के शुरुआती दिनों में किसान शुभकरण सिंह की मौत के कारणों की जांच के लिए गठित एसआईटी पर भी किसानों का भरोसा नहीं होने की बात कही।
मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा दोनों जत्थेबंदियों से जुड़े किसान 13 फरवरी से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, आंदोलन जारी रहेगा। – जगजीत सिंह दल्लेवाल, किसान नेता
राजमार्ग को हमने अवरुद्ध नहीं किया है पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को शंभू बॉर्डर खोलने को कहा है। अब यह स्पष्ट हो गया है कि किसानों ने हाईवे नहीं रोका है, बल्कि हरियाणा सरकार ने रोका है। – सुरजीत सिंह फूल, किसान नेता
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