सिक्किम के एसटीएनएम अस्पताल में गंदा पानी भार जाने से डायलिसिस सेवाएं अस्थायी रूप से बंद हो गई हैं। इस अव्यवस्था की वजह से मरीजों के परिजनों में नाराजगी देखने को मिल रही है।
यह समस्या कुछ दिन पहले मरीजों और उनके रिश्तेदारों द्वारा उठाई गई थी, जिसमें बताया गया कि डायलिसिस सेवाएं नहीं हो पा रही थी।
सिक्किम के स्वास्थ्य मंत्री जी.टी. धुंगेल ने मंगलवार को इस पर कहा कि यह समस्या हाल ही में आई भारी बारिश और लैंडस्लाइड्स के कारण पानी की पाइपलाइनों के क्षतिग्रस्त होने से हुई, जिससे अस्पताल की पानी की आपूर्ति बाधित हुई और उसमें गंदा पानी भर गया।
स्वास्थ्य मंत्री धुंगेल ने कहा, “यह कोई लापरवाही का मामला नहीं है। जैसे ही इस समस्या का पता चला, डायलिसिस सेवाओं को तुरंत रोक दिया गया और वैकल्पिक व्यवस्था की गई।”
डायलिसिस की जरूरत वाले मरीजों को अब जिला अस्पतालों, निजी केंद्रों पर कम कीमतों पर और सेंट्रल रेफरल अस्पताल भेजा जा रहा है। मंत्री ने पुष्टि की कि अब वहां 24 घंटे सेवाएं उपलब्ध हैं और बीपीएल मरीजों को निःशुल्क इलाज मिल रहा है।
मंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि एसटीएनएम अस्पताल में डायलिसिस सेवाएं अगले सोमवार तक पुनः शुरू हो जाएगी और इस घटना को पानी की संरचना को मजबूत करने के लिए एक चेतावनी के रूप में देखा जाएगा।
इसके साथ ही, अस्पताल में पानी की लाइन और वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित करने के लिए योजनाएं पहले से ही विचाराधीन हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने स्वास्थ्य सेवाओं को निरंतर सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए दीर्घकालिक समाधान लागू करने के लिए कड़े निर्देश दिए हैं।
बता दें कि डायलिसिस सेवाएं प्रभावित होने से मरीजों के परिजनों में नाराजगी है। लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि जल्द से जल्द इस समस्या से निपटा जाए।