जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए), सिरमौर द्वारा डॉ. यशवंत सिंह परमार राजकीय महाविद्यालय, नाहन में आपदा प्रबंधन जागरूकता एवं मॉक ड्रिल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन सिरमौर के उपायुक्त एवं डीडीएमए के अध्यक्ष सुमित खिमटा ने किया, जिन्होंने विभिन्न आपदाओं से ग्रस्त क्षेत्र में आपदा तैयारियों के महत्व पर जोर दिया।
अपने संबोधन में खिमता ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान कॉलेज के 11 संकाय सदस्यों और लगभग 239 छात्रों को आपदा प्रबंधन तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में खोज और बचाव दलों के नेतृत्व में विभिन्न मॉक ड्रिल और जागरूकता गतिविधियाँ शामिल थीं, जिनका उद्देश्य प्रतिभागियों को आपदाओं का प्रभावी ढंग से जवाब देने के तरीके के बारे में शिक्षित करना था।
हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की शिमला से आठ सदस्यों वाली टीम ने खोज और बचाव कार्यों पर एक विस्तृत सत्र आयोजित किया। सब-इंस्पेक्टर धरम सिंह के नेतृत्व वाली इस टीम ने आपदा स्थितियों से निपटने के तरीके, जिसमें प्रभावी खोज और बचाव तकनीकें शामिल हैं, के बारे में जानकारी दी।
दूसरे सत्र में, मुख्य प्रशिक्षक संतोष देवी के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश होम गार्ड के 10 सदस्यों की एक टीम ने प्राथमिक चिकित्सा, सीपीआर और अन्य महत्वपूर्ण बचाव तकनीकों के बारे में ज्ञान प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया। सत्र का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को आपात स्थिति के दौरान आवश्यक जीवन-रक्षक कौशल से लैस करना था।
अंतिम सत्र में हिमाचल प्रदेश अग्निशमन विभाग की तीन सदस्यीय टीम ने लीडिंग फायरमैन राजेश कुमार के नेतृत्व में अग्नि सुरक्षा पर एक प्रदर्शन किया। टीम ने प्रतिभागियों को जंगल की आग और रसोई गैस रिसाव के कारण होने वाली घरेलू आग सहित आग को रोकने और बुझाने के तरीकों के बारे में प्रशिक्षित किया। अग्निशामक यंत्रों के उपयोग के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई, जिसमें विभिन्न प्रकार की आग और उनसे निपटने के उचित तरीके शामिल थे।
सत्र के समापन के बाद, आपदा के दौरान आवश्यक सहयोगात्मक प्रयासों को प्रदर्शित करने के लिए एसडीआरएफ, होमगार्ड और अग्निशमन विभाग की टीमों द्वारा एक संयुक्त मेगा-मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
कॉलेज की उप-प्राचार्य उत्तम पांडे ने बताया कि संस्थान में सात सदस्यीय आपदा प्रबंधन समिति का गठन किया गया है। समिति में डॉ. वेद प्रकाश (समन्वयक), प्रो. देवेंद्र कुमार, प्रो. नवदीप कौर शाह, डॉ. पंकज चांडक, प्रो. भूमिका, प्रो. ट्विंकल और खेमराज शामिल हैं।
इस कार्यक्रम में कॉलेज के शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों, राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के छात्रों और उपायुक्त कार्यालय के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के अरविंद चौहान की सक्रिय भागीदारी देखी गई।