N1Live National अतीत की बजाय भविष्य पर होनी चाहिए चर्चा, भाजपा का चुनावी हिंदुत्व बेनकाब : आदित्य ठाकरे
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अतीत की बजाय भविष्य पर होनी चाहिए चर्चा, भाजपा का चुनावी हिंदुत्व बेनकाब : आदित्य ठाकरे

Discussion should be on future instead of past, BJP's electoral Hindutva exposed: Aditya Thackeray

मुंबई, 14 दिसंबर । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को लोकसभा में संविधान और मनुस्मृति की प्रतियां दिखाते हुए सरकार पर हमला बोला जिसको लेकर बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है।

शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आज संविधान और हमारे भविष्य पर बात होनी चाहिए। आज वर्तमान पर बात होनी चाहिए। आज संविधान अगर धोखे में है तो इसे महाराष्ट्र में देखा गया। संविधान का अपमान महाराष्ट्र में हुआ था। 50 साल या हजार साल पहले क्या हुआ, इस विषय में भाजपा या कांग्रेस को जाने की जरूरत नहीं है। मुझे लगता है कि हमें आज के मुद्दे पर बात करनी चाहिए।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा केवल चुनावों के लिए हिंदुओं का उपयोग करती है और फिर फर्जी समाचार प्रचारित करना शुरू कर देती है। कुछ सिद्धिविनायक मंदिर के स्वामित्व का दावा करते हैं। सच्चाई यह है कि अगर आप देश भर में देखें तो सबसे अधिक हिंदू और हिंदू मंदिर भाजपा शासित राज्यों में खतरे में हैं।

आदित्य ठाकरे ने कहा कि दादर इलाके में 80 साल पुराने हनुमान मंदिर को नोटिस भेजा गया था। हमारे विरोध के बाद बीजेपी के कई नेता हनुमान मंदिर पर नाटक करने पहुंचे थे। अगर इतनी ही हिम्मत है तो बांग्लादेश में हिन्दुओं को बचाओ। हमारी मांग यही है कि जो हनुमान मंदिर को नोटिस भेजा गया था, उस नोटिस पर स्टे लगना चाहिए। कल उद्धव ठाकरे ने बीजेपी के नकली हिंदुत्व, बीजेपी के चुनावी हिंदुत्व को उजागर किया। रेलवे ने दादर मंदिर को दिए गए नोटिस को खारिज कर दिया। आज हम दादर मंदिर जा रहे हैं।

महाराष्ट्र के दादर रेलवे स्टेशन के बाहर बने हनुमान मंदिर को अब नहीं हटाया जाएगा। रेलवे ने मंदिर को दिए गए नोटिस पर रोक लगा दी है। मध्य रेलवे की ओर से कहा गया कि भाजपा नेता आशीष शेलार और मंगल प्रभात लोढ़ा के अनुरोध पर हनुमान मंदिर के खिलाफ रेलवे के नोटिस पर फिलहाल रोक लगा दी गई है।

रेलवे ने चार दिसंबर को दादर रेलवे स्टेशन के बाहर बने हनुमान मंदिर के ट्रस्टी और पुजारी को भेजे नोटिस में कहा था कि यह अतिक्रमण है। इससे यात्रियों और वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। रेलवे प्रशासन ने मंदिर को सात दिन में हटाने के लिए कहा था।

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