रांची, 27 दिसंबर । बिहार के मुख्यमंत्री एवं नीतीश कुमार और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री बीजू जनता दल (बीजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन पटनायक को भारत रत्न देने वाले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता मनोज कुमार पांडेय ने गुरुवार को कहा कि भारत रत्न का अगर कोई हकदार है कि तो झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन हैं।
मनोज कुमार पांडेय ने आईएएनएस को बताया, “कौन क्या कहता है, इस पर नहीं जाऊंगा, लेकिन अगर भारत रत्न देने की मांग पर चर्चा छिड़ गई है तो पूरे भारतवर्ष में दिशोम गुरु शिबू सोरेन इसके हकदार हैं। वह एक हस्ती, शख्सियत हैं, जिसकी चर्चा विदेशों तक होती है। आज करीब 11-12 प्रतिशत आदिवासी जनसंख्या इस देश में है। गुरु जी ने दबे-कुचले समाज के लिए लड़ाई लड़ी। बहुत बड़ा आंदोलन करके अपनी पहचान बनाई। उनके आंदोलन से न सिर्फ झारखंड अलग राज्य बना, बल्कि देश में अन्य छोटे राज्यों के बनने का मार्ग प्रशस्त हुआ। झारखंड के बहुत से क्षेत्रों में शिबू सोरेन को लोग भगवान मानते हैं।”
कांग्रेस के ईवीएम को लेकर उठाए जा रहे सवाल पर एनसीपी (एसपी) नेता शरद पवार और सुप्रिया सुले के बयान पर जेएमएम नेता ने कहा, ” ‘इंडिया’ ब्लॉक के जिस नेता ने यह बयान दिया, यह उनका व्यक्तिगत बयान है न कि ‘इंडिया’ ब्लॉक का। कई ऐसे प्रमाण सामने आए हैं, जिससे यह प्रमाणित होता है कि ईवीएम का दुरुपयोग समय-समय पर होता रहा है। जब भाजपा को अपने अस्तित्व का संकट दिया है, तब उसने ईवीएम का दुरुपयोग किया है। अगर किसी विधानसभा में तीन लाख वोट हैं और गणना सवा तीन लाख वोटों की हो जाती है, तो 25 हजार वोट कहां से आए?”
लेखक सलमान रुश्दी की विवादास्पद किताब ‘द सैटेनिक वर्सेज’ एक बार फिर भारतीय बाजारों में उपलब्ध होने पर जेएमएम नेता ने कहा, “यह मेरी समझ से परे है कि जब किसी सरकार ने किताब पर प्रतिबंध का फैसला लिया था, अगर किताब से बैन हट जाए और फिर बाजार में बिके तो कोई दिक्कत नहीं है। भाजपा सिर्फ ऐसी बातों को तूल देने की कोशिश करती है।”
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