हिमाचल प्रदेश हिम महोत्सव, राज्य की सांस्कृतिक विरासत, शिल्प और व्यंजनों का जश्न मनाने वाला 15 दिवसीय उत्सव, सोमवार शाम को दिल्ली हाट, नई दिल्ली में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में न केवल राज्य की कलात्मक विरासत को प्रदर्शित किया गया, बल्कि स्थानीय कारीगरों के लिए 2 करोड़ रुपये का कारोबार भी संभव हुआ। यह महोत्सव कारीगरों के लिए व्यापक दर्शकों से जुड़ने का एक मंच था, जिससे सांस्कृतिक संरक्षण के साथ-साथ आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिला।
इस उत्सव में 60 स्टॉल लगाए गए थे, जहाँ कारीगरों ने ऊनी शॉल, चंबा रूमाल, कांगड़ा पेंटिंग और पारंपरिक आभूषणों सहित हस्तनिर्मित उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की। हिमाचली धाम, राज्य का प्रसिद्ध व्यंजन, अपने प्रामाणिक स्वादों से आगंतुकों को लुभाता है, जिससे सांस्कृतिक अनुभव और समृद्ध होता है। हिमाचल की जीवंत सांस्कृतिक परंपराओं का जश्न मनाते हुए, इस कार्यक्रम में कांगड़ा का गद्दी नृत्य और सिरमौर की नाटी जैसे प्रदर्शन शामिल थे।