गंगा दशहरा के अवसर पर आज दोपहर यहां स्नान करते समय पश्चिमी यमुना नहर (डब्ल्यूजेसी) की तेज धारा में बह गए एक ही परिवार के चार सदस्यों सहित पांच लोगों को गोताखोरों ने बचा लिया।
इनमें से एक महिला को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, नेहा अपने 17 वर्षीय बेटे अक्षित और परिवार के सदस्यों बबली और कविता तथा चार अन्य लोगों के साथ सहारनपुर जिले से यमुनानगर में अपने रिश्तेदार के यहां जा रही थी।
वे बड़ी माजरा गांव के पास स्थित नहर में नहाने गए थे, तभी अचानक नेहा डूबने लगी। कविता और बबली ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन वे भी बह गईं। अक्षित उन्हें बचाने गया, लेकिन वह भी डूबने लगा। घटनास्थल के निकट स्थित एक मंदिर के पुजारी माधवानंद उन्हें बचाने के लिए नहर में कूद गए, लेकिन बहाव बहुत तेज था।
गोताखोर राजीव ने मीडिया को बताया कि नेहा और अक्षित डूब गए थे और काफी प्रयासों के बाद उन्हें बाहर निकाला गया तथा उन्हें अस्पताल ले जाया गया।