तमिलनाडु में सत्तारूढ़ डीएमके ने डिजिटल पहुंच और जमीनी स्तर पर जुड़ाव का विस्तार करके 2026 विधानसभा चुनाव की तैयारियों को गति देनी शुरू कर दी है। इस रणनीति के तहत, मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने हाल ही में पार्टी पदाधिकारियों के साथ तीन घंटे की ऑनलाइन बैठक की, जहां उन्होंने डिजिटल प्रचार और युवाओं की भागीदारी के महत्व पर जोर दिया।
सीएम स्टालिन ने अपनी पार्टी के जिला सचिवों, विधायकों, सांसदों और 234 निर्वाचन क्षेत्र के पर्यवेक्षकों को पूरे राज्य में बूथ डिजिटल एजेंट नियुक्त करके बूथ-स्तर की उपस्थिति को मजबूत करने का निर्देश दिया।
उन्होंने मतदाताओं तक गहरी पहुंच सुनिश्चित करने के लिए बूथ समितियों में डीएमके युवा विंग की सक्रिय भागीदारी का भी आह्वान किया। बैठक में पार्टी के राज्यव्यापी सदस्यता अभियान को लागू करने पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसका शीर्षक ‘ओरानियिल तमिलनाडु’ है, जिसकी घोषणा हाल ही में मदुरै में हुई आम परिषद की बैठक में की गई थी।
उपमुख्यमंत्री और युवा विंग के सचिव उदयनिधि स्टालिन ने बूथ स्तर पर युवा कार्यकर्ताओं को संगठित करने की प्रतिबद्धता जताते हुए अभियान को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।
सीएम स्टालिन ने स्पष्ट किया कि वह बूथ समितियों के कामकाज की दैनिक आधार पर व्यक्तिगत रूप से निगरानी करेंगे। उन्होंने पार्टी नेताओं से आग्रह किया कि वे सुनिश्चित करें कि समिति के सदस्य हर घर में मतदाताओं से जुड़ें और सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालें।
पार्टी की मुख्य चुनाव समिति में महासचिव और राज्य मंत्री दुरईमुरुगन, उदयनिधि स्टालिन, संगठन सचिव आर.एस. भारती, मंत्री के.एन. नेहरू और थंगम थेन्नारासु शामिल हैं। डिजिटल रणनीति का नेतृत्व उद्योग मंत्री टी.आर.बी. राजा कर रहे हैं, जो पार्टी के आईटी विंग सचिव के रूप में भी काम करते हैं।
राजा को एक पेशेवर टीम के माध्यम से डीएमके की डिजिटल उपस्थिति को बढ़ावा देने का काम सौंपा गया है जो जनता से सीधे जुड़ने के लिए आधुनिक संचार उपकरणों का उपयोग करती है। उन्होंने हाल ही में बूथ डिजिटल एजेंटों को रियल टाइम में क्षेत्र-स्तरीय गतिविधियों को ट्रैक और अपडेट करने में मदद करने के लिए एक समर्पित मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि सीएम स्टालिन ने कोर कमेटी को हर उस घर तक पहुंचने का निर्देश दिया है, जहां कम से कम एक सरकारी योजना का लाभार्थी हो। हाल ही में हुए एक आंतरिक अध्ययन से पता चला है कि राज्य के लगभग हर घर को डीएमके के नेतृत्व वाली एक या उससे ज्यादा सरकारी पहलों से फायदा मिला है।
सीएम ने हर बूथ पर कम से कम 30 प्रतिशत मतदाताओं को पार्टी सदस्य बनाने का लक्ष्य भी रखा है। नए सिरे से डिजिटल और जमीनी स्तर पर जोर देने को 2026 में निर्णायक जनादेश हासिल करने की डीएमके की रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है।