स्थानीय फायर स्टेशन के एक कर्मचारी ने अबोहर सिविल अस्पताल में आपातकालीन ड्यूटी पर मौजूद एक डॉक्टर के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया। पीसीएमएस डॉक्टरों ने कहा कि अगर कर्मचारी के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वे आपातकालीन सेवाओं का बहिष्कार करेंगे।
डॉक्टरों ने बताया कि स्थानीय फायर स्टेशन का एक कर्मचारी सुखविंदर सिंह अस्पताल आया था। उन्होंने बताया कि उसने डॉ. सुरेश से संपर्क कर फिटनेस सर्टिफिकेट लेने के लिए कहा था, जिसमें उसे अनफिट घोषित किया गया था ताकि वह छुट्टी ले सके। हालांकि, डॉक्टर ने ‘कोलकाता घटना’ के कारण हड़ताल के कारण उसे देखने में असमर्थता जताई।
हड़ताल के कारण 100 बिस्तरों वाले सिविल अस्पताल में सेवाएं ठप रहीं, लेकिन डॉ. धर्मवीर अरोड़ा ने इमरजेंसी वार्ड में गंभीर मरीजों की मदद करने का फैसला किया। इस पर सुखविंदर ने फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए डॉ. अरोड़ा से संपर्क किया। जब डॉक्टर ने उन्हें हड़ताल के बारे में बताया तो उन्होंने कथित तौर पर डॉक्टर के साथ बदसलूकी की और इमरजेंसी में हंगामा किया।
डॉ. अरोड़ा ने अपने सहकर्मियों और वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (एसएमओ) डॉ. नीरजा गुप्ता को इसकी जानकारी दी। एसएमओ ने अबोहर के पुलिस उपाधीक्षक और फाजिल्का के सिविल सर्जन को इसकी जानकारी दी और फायरमैन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
पीसीएमएस डॉक्टरों ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि अगर पुलिस ने दोषी फायरमैन के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की तो वे आपातकालीन सेवाएं भी बंद कर देंगे और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए पुलिस जिम्मेदार होगी। उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना की फुटेज अस्पताल के कैमरों में भी कैद हो गई है।