रोहतक, 20 अगस्त पीजीआईएमएस रोहतक से एमडी (एनाटॉमी) कर रही एक रेजिडेंट डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने वाली मेडिकल छात्रा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि आरोपी पिछले छह महीने से उसे प्रताड़ित कर रहा था।
पुलिस के एक सूत्र ने उसकी शिकायत का हवाला देते हुए बताया, “उसने 16 अगस्त को पीजीआईएमएस परिसर से उसका अपहरण कर लिया और उसे चंडीगढ़ और अंबाला ले गया। उसने उस पर चाकू से हमला किया और उसे घूंसे मारे, जिससे उसके चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों पर चोटें आईं।”
‘मुझे धमकी दी गई कि वह मेरी उपस्थिति दर्ज नहीं करेगा’ इस बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसे लड़की का बताया जा रहा है, जिसमें उसने डॉक्टर पर पिछले छह-सात महीनों से उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। वीडियो में वह रोती हुई दिखाई दे रही है और मारपीट के कारण हुए जख्मों को दिखा रही है।
वीडियो में छात्रा ने आरोप लगाया, “जब भी मैं डॉक्टर से कहती हूं कि मैं उसके साथ नहीं रहना चाहती, तो वह मुझे पीटता है, प्रताड़ित करता है। वह धमकी देता है कि वह लेक्चर में मेरी उपस्थिति दर्ज नहीं करेगा और मुझे परीक्षा में बैठने नहीं देगा।”
17 अगस्त को दोपहर 3:30 बजे उसने उसे पीजीआईएमएस कैंपस के गेट नंबर 4 पर छोड़ा। इसके बाद उसने अपने पिता को इसकी जानकारी दी, जो उसके हॉस्टल पहुंचे और उसे घर ले गए। बाद में उसके माता-पिता उसे इलाज के लिए पीजीआईएमएस ट्रॉमा सेंटर ले गए।
छात्रा ने आरोप लगाया कि आरोपी ने उसे धमकी दी कि अगर उसने अपने माता-पिता को इस बारे में बताया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। मामले की जांच कर रहे डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने कहा कि लड़की ने अपनी शिकायत में और न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए बयान में बलात्कार का आरोप नहीं लगाया है।
उन्होंने कहा, “प्रारंभिक जांच से पता चला है कि लड़की और डॉक्टर दोनों पिछले पांच-छह महीनों से एक-दूसरे को जानते थे। आरोपी एनाटॉमी भी पढ़ाता है। उसे स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जिसने आगे की जांच के लिए उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।”
इस बीच, पीड़िता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें उसने डॉक्टर पर पिछले छह-सात महीनों से उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। वीडियो में वह मारपीट के कारण हुए जख्मों को दिखाते हुए रोती हुई नजर आ रही है।
वीडियो में छात्रा ने आरोप लगाया, “जब भी मैं डॉक्टर से कहती हूं कि मैं उसके साथ नहीं रहना चाहती, तो वह मुझे पीटता है, प्रताड़ित करता है। वह धमकी देता है कि वह लेक्चर में मेरी उपस्थिति दर्ज नहीं करेगा और मुझे परीक्षा में बैठने नहीं देगा।”
मामला 17 अगस्त को तब सामने आया जब लड़की अपने माता-पिता और भाई के साथ इलाज के लिए पीजीआईएमएस के ट्रॉमा सेंटर पहुंची। पुलिस ने लड़की की शिकायत मिलने के तुरंत बाद डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया। उस पर अपहरण, नुकसान पहुंचाने और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
पीजीआईएमएस अधिकारियों ने रविवार को आरोपी डॉक्टर को पीजीआईएमएस से निष्कासित कर दिया और कॉलेज परिसर में प्रवेश करने पर भी रोक लगा दी। इस संबंध में स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (यूएचएस) के अनुशासन बोर्ड द्वारा की गई सिफारिश पर भी विचार किया जा रहा है