आरजेडी सांसद मनोज झा ने भारत-पाक के सीजफायर पर आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी की ओर से उठाए गए सवालों पर कहा कि पूरे देश को सेना के शौर्य पर गर्व है। लेकिन, हमारी चिंता का विषय यह है कि भारत-पाक के सीजफायर की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कैसे कर सकते हैं? ट्रंप का बयान हमारे लिए चिंता का विषय है।
आतिशी ने भारत-पाक के सीजफायर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता को लेकर केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि अचानक सीजफायर कैसे हो गया। हमारी घोषणा से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर की घोषणा कैसे कर दी। क्या हमें पहलगाम में माताओं-बहनों के सिंदूर का बदला मिल गया? आतिशी के बयान पर आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि मेरा मानना है कि आतिशी इतनी गैरजिम्मेदार नहीं हैं। हर व्यक्ति, पूरा देश हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी का सम्मान करता है। और हर कोई इस तथ्य से अवगत है कि जिन जगहों को निशाना बनाया गया, वे आतंक के प्रशिक्षण शिविर थे, जिनका इस्तेमाल आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा था। भारतीय सेना ने पूर्व में पाकिस्तान को जबरदस्त चोट पहुंचाई थी और आज भी इसका उदाहरण पाकिस्तान को मिला है। यह भविष्य में भी होगा, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक बार की कार्रवाई नहीं है। मैंने बार-बार कहा है, सैन्य हस्तक्षेप का कोई सवाल ही नहीं है। असली मुद्दा कूटनीतिक और राजनीतिक स्तर पर है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कैसे कह सकते हैं कि उन्होंने भारत-पाक के बीच सीजफायर कराया। हमारी घोषणा से पहले वह कैसे घोषणा कर सकते हैं? जम्मू-कश्मीर मामले में उनका पोस्ट आता है, हमारे लिए चिंता का विषय उनका पोस्ट है, बाकी कुछ नहीं है।
भारत-पाक सीजफायर के बाद देश के नाम पीएम मोदी के संबोधन पर विपक्ष की आपत्ति पर मनोज झा ने कहा कि किसी विपक्षी दल ने असहमति दर्ज की है, मुझे मालूम नहीं है। मंगलवार को विदेश मंत्रालय ने दूध का दूध, पानी का पानी किया। लेकिन, सऊदी में अमेरिकी राष्ट्रपति कहते हैं कि उन्होंने भारत-पाक के बीच मध्यस्ता कराई। ट्रंप के बयान से हिंदुस्तान की प्रतिष्ठा पर असर पड़ता है। जहां तक पाकिस्तान के आतंकी प्रयोगशाला की बात है, तो यह बात पाकिस्तान को भी बता है, हम आतंकी प्रयोगशाल और नागरिकों में अंतर समझते हैं।
मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह की ओर से कर्नल सोफिया क़ुरैशी पर अपमानजनक टिप्पणी करने पर आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि इस बयान पर मुझे प्रतिक्रिया देनी पड़ रही है, ये अपने आप में शर्म की बात है। सरहद पार दुश्मनों से हम लड़ेंगे और जीतेंगे। लेकिन, ऐसे लोगों का क्या करें? भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को इस मामले पर एक्शन लेना चाहिए। लेकिन, अभी तक कोई कार्रवाई नहीं है। यह चिंता की बात है।