प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की तैयारियों के तहत किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों में डॉप्लर मौसम रडार स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना की अध्यक्षता में आज यहां आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की राज्य कार्यकारी समिति की बैठक हुई। उन्होंने लाहौल-स्पीति और किन्नौर के उपायुक्तों को इन डॉप्लर मौसम रडार स्टेशनों के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान करने के निर्देश दिए। बैठक में अग्निशमन कर्मियों और एसडीआरएफ कर्मियों को हैम रेडियो प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया गया।
बैठक में आपदाओं के दौरान संचार के लिए हैम रेडियो के उपयोग पर विस्तृत चर्चा की गई। बताया गया कि हैम रेडियो आपातकालीन स्थितियों के दौरान स्थानीय संचार नेटवर्क की स्थापना में सहायता कर सकता है।
बैठक में बताया गया कि अब तक राज्य में 88 कर्मियों को हैम रेडियो का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रशिक्षण के बाद उन्हें परीक्षा देनी होगी ताकि उनकी दक्षता का मूल्यांकन किया जा सके। इसके अलावा, आपदा प्रबंधन उद्देश्यों के लिए 12 पॉलिटेक्निक संस्थानों की पहचान कर उन्हें आवासीय प्रशिक्षण केंद्र के रूप में नामित किए जाने की संभावना है।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव कमलेश कुमार पंत और ओंकार चंद शर्मा, निदेशक-सह-विशेष सचिव (आपदा प्रबंधन) डीसी राणा, निदेशक (ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज) राघव शर्मा शामिल हुए। विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और सभी जिलों के उपायुक्त वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल हुए।