सिरसा जिले में नशे की लत लगातार युवाओं की जान ले रही है। रोड़ी इलाके के गोरख (19) जो पिछले चार-पांच सालों से नशे की लत से जूझ रहा था, बुधवार को कथित तौर पर नशे की पुरानी खुराक लेने के बाद उसकी मौत हो गई। उसके एक परिजन ने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण गोरख पिछले कुछ दिनों से नशे की अपनी सामान्य खुराक नहीं ले पा रहा था। नशे की लत से परेशान होकर उसने पुरानी खुराक ले ली, जिससे उसे जानलेवा उल्टियां होने लगीं।
दिसंबर और जनवरी में रोरी इलाके में नशे से जुड़ी यह पांचवीं मौत थी। इससे पहले चार अन्य युवकों की नशे की ओवरडोज से मौत हो गई थी, जिसके बाद एडीजीपी की नशा विरोधी टीम ने विशेष अभियान शुरू किया था। टीम ने नशे की लत से प्रभावित युवाओं की पहचान करने के लिए घर-घर जाकर अभियान चलाया और एक महिला सहित करीब 20 नशेड़ियों को सफलतापूर्वक इलाज के लिए भेजा।
हालांकि, रोरी थाने की एसएचओ राजबाला ने बताया कि युवक के माता-पिता के अनुसार उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई है। सब इंस्पेक्टर राजबाला ने बताया कि गोरख रात को घर पर सोया था, लेकिन सुबह नहीं उठा। जांच में पता चला कि वह नशे का आदी था और कुछ दवाएं ले रहा था। मृतक मजदूरी करता था। राजबाला ने बताया कि परिवार ने रात करीब 12-1 बजे उसका अंतिम संस्कार कर दिया था और कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई थी।
एक ग्रामीण ने बताया कि कुछ खतरनाक दवाएं एनडीपीएस अधिनियम के दायरे से बाहर हैं। उन्होंने बताया कि युवा तेजी से इन पदार्थों की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जिन्हें वे गोलियों को पीसकर पाउडर बनाते हैं, पानी में मिलाते हैं और इंजेक्शन के जरिए देते हैं, जिससे अक्सर मौत हो जाती है
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