दुर्गापुर के प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की छात्रा से हुए दुष्कर्म मामले की जांच अब न्यायिक चरण में प्रवेश कर गई है। पुलिस रिमांड पूरी होने के बाद इस मामले में गिरफ्तार किए गए सभी छह आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों में से दो (शेख शफीक और रियाजुद्दीन शेख) को मंगलवार को दुर्गापुर उप-डिविजनल कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने उन्हें पांच दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बाकी चार आरोपियों (अपू बाउरी, फिरदौस शेख, नसीरुद्दीन शेख और पीड़िता का सहपाठी वासिफ अली) को बुधवार को अदालत में पेश किया गया।
मामले की जांच के शुरुआती दौर में पुलिस ने अदालत से सभी आरोपियों की पुलिस रिमांड मांगी थी ताकि गहन पूछताछ की जा सके। अदालत ने तीन आरोपियों को 10 दिन की पुलिस रिमांड, दो को 9 दिन की रिमांड और वासिफ अली को 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था। रिमांड के दौरान पुलिस ने कई महत्वपूर्ण सुराग जुटाने का दावा किया है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब जांच के अगले चरण में एक टेस्ट आइडेंटिफिकेशन (टीआई) परेड जल्द ही जेल परिसर में कराई जाएगी। यह प्रक्रिया अब तक जुटाए गए सबूतों की पुष्टि में अहम भूमिका निभा सकती है।
यह मामला कुछ हफ्ते पहले सामने आया था, जब दुर्गापुर के एक निजी मेडिकल कॉलेज की छात्रा ने अपने ही कॉलेज के कुछ छात्रों पर उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया था। शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
इस घटना ने न सिर्फ कॉलेज परिसर में बल्कि पूरे चिकित्सा समुदाय में गहरी चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया था। कई छात्र संगठनों ने आरोपी छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी और कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठाए थे।
वहीं, पुलिस का कहना है कि जांच निष्पक्ष और साक्ष्य-आधारित तरीके से की जा रही है। अदालत में प्रस्तुत रिपोर्ट में जांच दल ने अब तक की पूछताछ, फॉरेंसिक रिपोर्ट और पीड़िता के बयान का पूरा विवरण शामिल किया है।
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