November 26, 2024
Punjab

राहुल की भारत जोड़ों यात्रा के दौरान पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री ने उन्हें दिया इस्तीफा, बीजेपी में हुए शामिल

नई दिल्ली, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की पंजाब में भारत जोड़ों यात्रा निकालने के वावजूद राज्य में गुटबाजी कम होने नाम नहीं ले रही है। उनकी यात्रा दौरान ही राज्य के पूर्व वित्त मंत्री ने उन्हें इस्तीफा दे दिया।

एक ओर जहां पंजाब में राहुल गांधी भारत जोड़ों यात्रा निकाल कर देश और पार्टी को जोड़ने की बात कर रहे थे, वहीं दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस के नेता उनको इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। ताजा उदाहरण पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल का है। मनप्रीत सिंह बादल बुधवार को बीजेपी में शामिल हो गए।

मनप्रीत सिंह ने राहुल गांधी को लिखे अपने इस्तीफे वाले पत्र में कहा है, मैंने सात साल पहले पीपल्स पार्टी ऑफ पंजाब को बड़ी उम्मीदों के साथ कांग्रेस का हिस्सा बनाया था। ताकि मुझे पंजाब के लोगों के लिए, पंजाब के हितों के लिए और अपनी क्षमता के अनुसार काम करने का अवसर मिल सके। बहुत दुख के साथ कह रहा हूं कि मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।

मनप्रीत बादल ने अपने इस्तीफे की वजह पार्टी की आंतरिक गुटबाजी को बताया है। मौजूदा समय की बात करें तो पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर है। एक ओर जहां पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का गुट है तो वहीं राजा वड़िंग सिंह और नवजोत सिद्धू का भी अपना-अपना गुट है। जानकारों की मानें तो कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी राज्यों की गुटबाजी को खत्म करने के उद्देश्य से ही प्रदेश के नेताओं को अपने साथ यात्रा में लेकर चलना चाहते हैं। राहुल, राजस्थान की तरह पंजाब और हरियाणा में भी गुटबाजी को खत्म करना चाहते हैं। इसका स्पष्ट संदेश वो राजस्थान में दे चुके हैं।

पार्टी सूत्रों के अनुसार जब राहुल गांधी फतेहगढ़ साहिब पहुंचे तो मोहिंदर सिंह केपी, बीबी राजिंदर कौर भट्ठल, शमशेर सिंह दूलो, अश्वनी सेखड़ी समेत कई नेताओं को फोन कर के बुलाया गया। इसके अलावा मनप्रीत बादल, मनीष तिवारी को भी संदेश भेजा गया था। मनप्रीत सिंह को फोन कर के भी बुलाया गया था लेकिन मनप्रीत सिंह बादल की शिकायत दूर नहीं हो पाई और उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। इससे स्पष्ट है कि राहुल की भारत जोड़ों यात्रा कहीं न कहीं पार्टी को एकजुट करने में नाकामयाब साबित हुई है। कम से कम पंजाब के मामले में ऐसा ही है।

मनप्रीत सिंह बादल पंजाब के पांच बार के मुख्यमंत्री और अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल के भतीजे हैं। वे प्रकाश सिंह बादल की सरकार में वित्त मंत्री के तौरपर काम कर चुके हैं। राज्य में सबसे लंबे समय तक सत्ता में रहने वाले बादल परिवार से ताल्लुक रखने वाले मनप्रीत बादल अतीत में शिरोमणि अकाली दल का भी हिस्सा रह चुके हैं।

साल 2010 में अकाली दल से निष्कासित किए जाने के बाद उन्होंने 2011 में अपनी नई राजनीतिक पार्टी ‘पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब’ बनाई, जिसका 2017 में उन्होंने कांग्रेस में विलय कर दिया था।

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