शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने सोमवार को शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट पर निशाना साधते हुए कहा कि 2 दिसंबर को होने वाले स्थानीय निकाय चुनावों के लिए “लक्ष्मी दर्शन” (पैसे बांटने) की घोषणा की गई है।
प्रतुल शाह ने आरोप लगाया कि कई इलाकों में मतदाताओं को 10,000 रुपए से 15,000 रुपए तक की राशि ऑफर की जा रही है।
उन्होंने दावा किया, “चुनाव आयोग को इस पर ध्यान देना चाहिए। महाराष्ट्र में इससे पहले नगर निगम और नगर परिषद चुनावों में इस तरह पैसे का इस्तेमाल नहीं देखा गया।”
राउत ने बताया कि पारंपरिक रूप से, नगर निगम चुनाव स्थानीय स्तर पर लड़े जाते थे, लेकिन अब पांच से छह हेलीकॉप्टर और प्राइवेट एयरक्राफ्ट का विपक्ष इस्तेमाल कर रहा है, जिससे पता चल रहा है कि चुनाव को किसी तरह ये लोग जीतना चाह रहे हैं।
संजय राउत ने शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) पर निशाना साधते हुए कहा, “बहुत जल्द देखने को मिलेगा कि शिंदे गुट के 35 विधायक अलग हो कर भाजपा में शामिल हो सकते है क्योंकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण को खास तौर पर इसी मकसद के लिए नियुक्त किया गया है।”
उन्होंने उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे के बीच बैठक की पुष्टि करते हुए कहा कि बातचीत अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है।
संजय राउत ने कहा, “उनके बीच जो कुछ भी हो रहा है, वह अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है। भाजपा को हराने के लिए महाराष्ट्र नव निर्माण सेना को साथ लाना जरूरी था।”
कांग्रेस के बारे में, राउत ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) का मानना है कि पार्टी को उनके साथ आ जाना चाहिए, लेकिन अगर बिहार चुनाव के बाद उनको लगता है तो उन्हें मुंबई निकाय चुनाव अकेले लड़ना चाहिए।
उन्होंने अपनी सेहत के बारे में भी जानकारी दी, जिसमें उन्होंने अपने-अपने स्वास्थ्य को सही बताया और कहा कि उनकी सेहत में सुधार हो रहा है।
इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राउत के आरोपों पर कहा, “हमें खुशी है कि संजय राउत ठीक हो गए हैं। उन्हें अपना काम करने दें, हम अपना काम करेंगे। मैं संजय राउत की रोजाना की बातों का जवाब देना जरूरी नहीं समझता।”

