चंडीगढ़, 16 फरवरी
हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि राज्य सरकार ने फरीदाबाद जिले में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों और महत्वपूर्ण जंक्शनों पर उच्च जोखिम और उच्च घनत्व वाले गलियारों में इलेक्ट्रॉनिक प्रवर्तन उपकरणों को लगाने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार ने इन उपकरणों को गुरुग्राम में भी लगाने का फैसला किया है।
मुख्य सचिव ने आज सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार मोटर वाहन अधिनियम की धारा 136 ए के प्रावधान को लागू करने के तौर-तरीकों की स्थापना के संबंध में एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की आवश्यकता का आकलन करने के लिए विशेषज्ञों को नियुक्त करने का निर्देश दिया। स्पीड कैमरा, क्लोज्ड सर्किट टेलीविजन कैमरा, स्पीड गन, बॉडी वियरेबल कैमरा, डैशबोर्ड कैमरा, स्वचालित नंबर प्लेट पहचान और मशीन में वजन राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर सड़क दुर्घटनाओं की निगरानी और जांच करने के लिए।
विशेषज्ञ राज्य धारक विभागों को उन जंक्शनों की पहचान करने में सहायता करेंगे जहां वाहनों की गति और दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की संभावना है।
मुख्य सचिव ने सभी हितधारकों के विभागों को प्रक्रिया पूरी करने और 7 मार्च तक परिवहन आयुक्त को समयबद्ध तरीके से प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया और अधिकारियों को 14 मार्च तक अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
इलेक्ट्रॉनिक प्रवर्तन उपकरण को इस तरह से रखा जाना चाहिए ताकि यातायात प्रवाह में कोई बाधा, दृष्टि की समस्या या बाधा उत्पन्न न हो।
बैठक में कौशल को अवगत कराया गया कि नियम 167 के तहत सभी चालान इलेक्ट्रॉनिक निगरानी के माध्यम से ऑटो-जेनरेशन चालान का उपयोग करके इलेक्ट्रॉनिक रूप में जारी किए जाने चाहिए। इसके अलावा, प्रतिकूल मौसम की स्थिति के दौरान सड़क खंडों पर गति सीमा को सूचित करने के लिए निश्चित और गतिशील गति सीमा संकेतों का भी उपयोग किया जाएगा।