चंडीगढ़, 2 अप्रैल
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को अधिकारियों से खराब मौसम के कारण फसल क्षति का आकलन करने के लिए विशेष ‘गिरदावरी’ (राजस्व सर्वेक्षण) की प्रक्रिया में तेजी लाने और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि बैसाखी से पहले किसानों को मुआवजा मिले।
बैसाखी 14 अप्रैल को मनाई जाएगी।
मान ने यहां जारी एक बयान में सभी विधायकों से प्रभावित किसानों से मिलने को कहा।
मान ने यहां एक बयान में कहा, “विधायकों को किसानों से मिलना चाहिए और उनकी शिकायतें सुननी चाहिए। इसी तरह, अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि विशेष ‘गिरदावरी’ जल्द पूरी हो, ताकि हम बैसाखी से पहले मुआवजा दे सकें।”
मान ने बारिश और ओलावृष्टि से फसल बर्बाद करने वाले किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा कि संकट की इस घड़ी में उनकी सरकार अन्नदाताओं के साथ है.
उन्होंने कहा कि एक-एक पैसे के नुकसान की भरपाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से पूरे अभियान की निगरानी कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रभावित किसानों को सबसे पारदर्शी और त्वरित तरीके से मुआवजा दिया जाए।
उन्होंने कहा कि प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा देना उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मान ने चेतावनी देते हुए कहा कि गिरदावरी के दौरान सरकारी तंत्र में किसी भी स्तर पर किसी भी तरह की ढिलाई या चूक को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि गिरदावरी से पहले, लोगों को इसके बारे में जागरूक करने के लिए सार्वजनिक घोषणाएं की जा रही हैं, उन्होंने कहा कि मुआवजे में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा किसानों को राहत देने के लिए की गई है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने किसानों द्वारा प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों से लिए गए कर्ज की अदायगी पर भी रोक लगाने की घोषणा की है।
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