शिमला, 3 जुलाई राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) मनीष गर्ग ने आज कहा कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में सभी प्रकार के मतदाताओं की अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए समावेशी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए कई पहल की गई थीं।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए कुल 56,45,579 मतदाता सूचीबद्ध किए गए थे, जिनमें 57,775 दिव्यांग व्यक्ति (PwD) शामिल थे। उन्होंने बताया, “संसदीय चुनावों के लिए दिव्यांगों के लिए पहुंच सहित न्यूनतम सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए राज्य भर में कुल 7,992 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे। इनमें से 28 बूथों का प्रबंधन पूरी तरह से दिव्यांग कर्मचारियों द्वारा किया गया था।”
गर्ग ने बताया कि दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं की अधिक से अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए मतदान केंद्रों पर दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं की सहायता के लिए पिक एंड ड्रॉप, व्हीलचेयर, स्वयंसेवकों जैसी सुविधाएं प्रदान की गईं। उन्होंने बताया कि 85 वर्ष से अधिक आयु के 10,634 दिव्यांग और 29,921 बुजुर्ग मतदाताओं ने भी घर से मतदान की सुविधा का लाभ उठाया।
उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्रों पर न्यूनतम सुविधाओं के अलावा, मजबूत लोकतंत्र के लिए चुनावों में अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए राज्य भर में 2,524 व्हीलचेयर और पिक एंड ड्रॉप के 656 अनुरोधों पर विचार किया गया।