अंकारा, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने अंकारा में देश के दौरे पर आए फिलिस्तीनी समकक्ष महमूद अब्बास और हमास नेता इस्माइल हानियेह के साथ बंद कमरे में बैठक की।
तुर्की की अर्ध-आधिकारिक अनादोलु समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति परिसर में बुधवार की बैठक के एर्दोगन और अब्बास द्वारा द्विपक्षीय संबंधों, फिलिस्तीन-इज़राइल मुद्दे और अन्य क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विकास पर चर्चा के लिए एक दिन बाद हुई।
बुधवार को बैठक के दौरान एर्दोगन ने इजरायली सुरक्षा बलों और बसने वालों के हमलों में मारे गए फिलिस्तीनियों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
बैठक के बाद तुर्की के संचार निदेशालय ने ट्विटर पर कहा, “फिलिस्तीनी लोगों की एकता और एकजुटता के महत्व को इंगित करते हुए, राष्ट्रपति एर्दोगन ने कहा कि जो लोग शांति प्रक्रिया को कमजोर करना चाहते हैं, उन्हें फिलिस्तीनी विभाजन से लाभ होता है।”
एर्दोगन ने रेखांकित किया कि उनका देश गाजा पट्टी पर चल रही इजरायली नाकेबंदी को स्वीकार नहीं करता है। उन्होंने कहा कि अंकारा कब्जे वाले पूर्वी यरुशलम और अल-अक्सा मस्जिद में हो रही गतिविधियोें की बारीकी से निगरानी कर रहा है।
उन्होंने कहा, “फिलिस्तीनियों की एकता और मेल-मिलाप इस प्रक्रिया में प्रमुख तत्व हैं।”
गौरतलब है कि अंकारा इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष के लिए दो-राज्य समाधान का समर्थन करता है, इसमें पूर्वी यरुशलम को अपनी राजधानी के रूप में एक फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना भी शामिल है।
एर्दोगन ने जोर देकर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र को फिलिस्तीनी मुद्दे में शामिल होना चाहिए।
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