दादा लखमी चंद स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफॉर्मिंग एंड विजुअल आर्ट्स (डीएलसी-एसयूपीवीए), रोहतक के अनुबंधित संकाय सदस्यों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। इनमें से कुछ कर्मचारियों को आखिरी बार पिछले साल नवंबर में वेतन मिला था।
डीएलसी-एसयूपीवीए में फिल्म एवं टीवी, दृश्य कला, डिजाइन, तथा नगर नियोजन एवं वास्तुकला विभाग शामिल हैं, जिनमें लगभग 35 सहायक और अतिथि संकाय सदस्य अनुबंध के आधार पर कार्यरत हैं।
फिल्म और टीवी संकाय के संविदा शिक्षकों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला है, तथा शेष संकायों के शिक्षक दो महीने से वेतन का इंतजार कर रहे हैं। टिप्पणी के लिए संपर्क किए जाने पर डीएलसी-एसयूपीवीए रजिस्ट्रार डॉ. गुंजन मलिक मनोचा ने कहा कि अनुबंधित संकाय सदस्यों को वेतन वितरण में देरी कुलपति की नियुक्ति में देरी के कारण हुई है।
उन्होंने कहा, “हालांकि, श्री प्रकाश सिंह ने अब कुलपति का पदभार संभाल लिया है और इस संबंध में आधिकारिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक सप्ताह के भीतर वेतन जारी कर दिया जाएगा।”
डीएलसी-एसयूपीवीए शिक्षक संघ के अध्यक्ष इंद्रनील घोष ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से बिना वेतन के काम करना संविदा शिक्षकों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा है। उन्होंने कहा, “हम समझते हैं कि कुलपति का पद रिक्त होने के कारण देरी हुई है, लेकिन सभी को समय पर वेतन का भुगतान सुनिश्चित करने के लिए एक तंत्र होना चाहिए।”