केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा कुल्लू-नग्गर-मनाली बाएं किनारे को डबल लेन बनाने की घोषणा के तीन वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी इसकी रूपरेखा को अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
जून 2021 में अपने कुल्लू दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री ने प्राथमिकता के आधार पर सड़क को चौड़ा करने की घोषणा की थी, लेकिन अभी भी परियोजना में कोई प्रगति नहीं हुई है।
पिछले साल अगस्त में बाढ़ के बाद सड़क की स्थिति का जायजा लेने के लिए अपने दौरे के दौरान मंत्री ने कहा था कि कुल्लू-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) के दाएं किनारे की पूरी तरह से बहाली के बाद बाएं किनारे की सड़क की परियोजना शुरू की जाएगी। मई में लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान अन्नी में गडकरी ने फिर कहा था कि कुल्लू-मनाली बाएं किनारे की सड़क को 1,000 करोड़ रुपये की लागत से चौड़ा किया जाएगा।
हालांकि, पिछले साल बाढ़ के कारण दाहिने किनारे की सड़क को भारी नुकसान पहुंचा था और इस साल भी यह क्षतिग्रस्त हो गई। मनाली के निवासियों ने कहा कि दाहिने किनारे की सड़क की स्थायी बहाली में समय लगेगा, क्योंकि एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अभी तक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार नहीं की गई है।
जगतसुख गांव के निवासी नितिन ने आरोप लगाया कि जिस गति से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) काम कर रहा है, उससे दाएं किनारे की सड़क को पर्याप्त सुरक्षात्मक उपायों के साथ स्थायी रूप से बहाल करने में सालों लग जाएंगे और बाएं किनारे की सड़क को चौड़ा करना दूर की कौड़ी है। उन्होंने कहा, “एनएचएआई को दाएं किनारे की सड़क के नवीनीकरण के साथ-साथ बाएं किनारे की सड़क परियोजना में भी तेजी लानी चाहिए।”
एनएचएआई ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के साथ मिलकर अक्टूबर 2021 में कुल्लू-मनाली लेफ्ट बैंक रोड का सर्वे किया था। इससे पहले यह सड़क राज्य सड़क परियोजना के दूसरे चरण के तहत बनाई जा रही थी और विश्व बैंक से वित्त पोषित थी। एनएचएआई ने पिछले साल जनवरी में पीडब्ल्यूडी से इस परियोजना को अपने हाथ में ले लिया था और अब पूरा बजट केंद्र सरकार देगी।