आज यहां भोरंज के निकट शहीद दिवस के अवसर पर आयोजित एक समारोह में भूतपूर्व सैनिकों और शहीदों के परिवारों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। अखिल भारतीय भूतपूर्व सैनिक कल्याण परिषद के जिला अध्यक्ष मेजर रमेश चंद्र वर्मा ने कहा, “यह दिवस उन सभी योद्धाओं को याद करने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने देश की सुरक्षा और संरक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया, जिनमें वीर शहीद सरदार भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव और उनके जैसे अन्य लोग शामिल हैं।”
उन्होंने कहा कि शहीदों के साहस के कारण ही देश को आजादी मिली है और अब यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि आने वाली पीढ़ियों में देशभक्ति की भावना का संचार करें।
पंजाब में सेना के अधिकारी और उनके बेटे पर हुए हमले पर बोलते हुए मेजर (रिटायर्ड) आरसी वर्मा ने कहा कि संगठन 14 मार्च को पटियाला के पास पुलिस द्वारा कर्नल पुष्पेंद्र सिंह और उनके बेटे की बर्बर पिटाई की कड़ी निंदा करता है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है कि देश में सैनिकों और पूर्व सैनिकों के साथ ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि मंडी जिले, सुजानपुर, बिहार, जयपुर और ओडिशा में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जहां पुलिस ने सैनिकों और पूर्व सैनिकों के साथ मारपीट की है। उन्होंने कहा कि यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल पंजाब पुलिस के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को तुरंत नौकरी से बर्खास्त किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार को पुलिस के इस तरह के दुर्व्यवहार को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने के लिए तुरंत एक उच्च स्तरीय समिति का गठन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भूतपूर्व सैनिक संगठन ऐसी जघन्य घटनाओं का तुरंत संज्ञान लेने और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करता है। उन्होंने कहा कि सरकार की निष्क्रियता सेना के जवानों को कार्रवाई करने के लिए मजबूर करेगी और इससे दोनों सेनाओं के बीच संघर्ष बढ़ सकता है।
इस अवसर पर कर्नल विनय और कर्नल सागर, मेजर प्रकाश, माननीय सूबेदार मेजर ध्यानचंद, माननीय कैप्टन बलवंत, माननीय कैप्टन बलदेव, माननीय नायब सूबेदार मिलाप चंद, सूबेदार प्रेम सिंह (सेना पदक) और अंतरराष्ट्रीय कोच विद्या सागर शर्मा सहित सेवानिवृत्त अधिकारी उपस्थित थे।
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