हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू), शिमला के जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने ‘रीच, मीट एंड ग्रीट’ शीर्षक से एक आकर्षक पूर्व छात्र वार्ता सत्र का आयोजन किया, जिसमें एमएससी जैव प्रौद्योगिकी बैच (2010-12) के पूर्व छात्र और बायोटेक सेपियंस, चंडीगढ़ के संस्थापक-निदेशक विमल भूटानी ने भाग लिया। भूटानी ने “जीवन विज्ञान में कैरियर के अवसर और विभिन्न परीक्षाएँ” पर एक व्याख्यान दिया, जिसमें छात्रों को भविष्य के कैरियर पथों के बारे में मार्गदर्शन दिया गया।
सत्र की शुरुआत विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर रीना गुप्ता द्वारा भूटानी का परिचय देने तथा जीवन विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डालने से हुई।
भूटानी ने करियर की संभावनाओं पर बहुमूल्य जानकारी साझा की, जिसमें CSIR-NET, GATE, ICMR-JRF और DBT-JRF जैसी महत्वपूर्ण प्रतियोगी परीक्षाओं पर चर्चा की गई। उन्होंने इन परीक्षाओं के लिए शोध, कौशल विकास और रणनीतिक तैयारी के महत्व पर जोर दिया।
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