विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पहली बार कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद से फोन पर बात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और कनाडा के बीच रिश्ते बेहतर बनाने पर चर्चा की।
अनीता आनंद ने रविवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर यह जानकारी दी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर को भारत-कनाडा संबंधों पर उपयोगी बातचीत के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “कनाडा और भारत के रिश्ते मजबूत करने, आर्थिक सहयोग बढ़ाने और हमारी साझा प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने पर आज हुई उपयोगी बातचीत के लिए मंत्री डॉ. जयशंकर का धन्यवाद। मैं आगे भी मिलकर काम करने की उम्मीद करती हूं।”
इसके थोड़ी देर बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी रविवार को अपने आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट पर अनीता आनंद से हुई बातचीत की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि इस बातचीत में भारत और कनाडा के रिश्तों की संभावनाओं पर चर्चा हुई।
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद से हुई बातचीत सराहनीय रही। हमने भारत-कनाडा रिश्तों की संभावनाओं पर चर्चा की। उन्हें सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं देता हूं।”
कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी भारत के साथ आर्थिक सहयोग बढ़ाना चाहते हैं। भारतीय मूल की 58 साल की सांसद अनीता आनंद को इस महीने की शुरुआत में कनाडा की नई विदेश मंत्री नियुक्त किया गया। यह नियुक्ति तब हुई जब प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने कैबिनेट में बदलाव की घोषणा की। यह फेरबदल लिबरल पार्टी की संसद चुनावों में जीत के करीब दो हफ्ते बाद किया गया।
14 मई को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अनीता आनंद को कनाडा की विदेश मंत्री बनने पर बधाई दी। चुनाव से पहले अनीता आनंद कनाडा की नवाचार, विज्ञान और उद्योग मंत्री थीं। इससे पहले वह रक्षा मंत्री समेत कई अहम जिम्मेदारियां संभाल चुकी हैं। उन्होंने मेलानी जोली की जगह ली है, जो अब कनाडा की उद्योग मंत्री हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद कनाडा का प्रधानमंत्री चुने जाने पर मार्क कार्नी को बधाई दी थी।अपने संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और कनाडा के लोगों के बीच मजबूत रिश्तों पर जोर दिया और कहा कि वे दोनों देशों के लिए “और ज्यादा अवसर खोलने” के लिए उत्साहित हैं।