मुंबई, 5 जून । महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पार्टी नेतृत्व से अनुरोध करेंगे कि उन्हें पद की जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए। उन्होंने बुधवार को कहा कि वह इस साल सितंबर-अक्टूबर में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित करेंगे।
देवेंद्र फडणवीस का यह बयान लोकसभा चुनाव में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन के मद्देनजर आया है।
देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “मैं वरिष्ठ नेताओं से अनुरोध करूंगा कि वे मेरा इस्तीफा स्वीकार करें। मुझे विधानसभा चुनाव के लिए काम करने का अवसर दें।”
उन्होंने ये बात पीएम मोदी की गारंटी के बावजूद भाजपा नीत महायुति के महाराष्ट्र में मिशन 45 प्लस के लक्ष्य को हासिल करने में विफल रहने के बाद कही।
राज्य में महायुति को 17 और महा विकास अघाड़ी को 30 सीटें मिलीं हैं। महा विकास अघाड़ी में कांग्रेस, एनसीपी (एसपी) और शिवसेना-यूबीटी शामिल हैं।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि हार की सारी जिम्मेदारी मेरी है। ऐसा लगता है कि मैंने अपनी कोशिश में कमी की है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने बहुत अच्छा काम किया है। मैं हार मानने वाला नहीं हूं, लेकिन विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह काम करना चाहता हूं। मैं बाहर भी रहूंगा तो काम करूंगा। मैं अब विधानसभा चुनाव पर पूरा ध्यान देना चाहता हूं।
इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक की अध्यक्षता की थी। इस बैठक में राज्य में लोकसभा चुनाव में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन के मद्देनजर स्थिति पर चर्चा की गई।
फडणवीस ने कहा, ”महाराष्ट्र में हमें उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली। हमें उम्मीद से बहुत कम सीटें मिलीं। महाराष्ट्र में हमारी लड़ाई केवल महा विकास अघाड़ी से ही नहीं थी, बल्कि विरोधियों द्वारा चलाए गए उस नैरेटिव से भी थी कि यदि भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए फिर से सत्ता में आता है, तो संविधान बदल दिया जाएगा।”
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