शाहपुर विधायक केवल पठानिया ने शाहपुर में आयोजित ‘रक्कड़ का बाग छिंज’ में भाग लेते हुए मेलों के सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मेले हमारे पूर्वजों की एक बहुमूल्य विरासत हैं, जो आपसी भाईचारे और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं।
उन्होंने कहा कि मेलों का स्वरूप भले ही बदल गया हो, लेकिन वे अभी भी सांस्कृतिक आदान-प्रदान, खेल प्रतियोगिताओं और पारंपरिक कुश्ती के लिए मंच के रूप में काम करते हैं। पठानिया ने हिमाचल में मेला समितियों से आग्रह किया कि वे स्थानीय पहलवानों को प्राथमिकता दें और उनके लिए बजट का दो-तिहाई हिस्सा आवंटित करें, साथ ही बाहर से भी प्रसिद्ध पहलवानों को आमंत्रित करें।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने 7 लाख रुपए की लागत से निर्मित रक्कड़ का बाग अखाड़ा मंच का उद्घाटन किया। मेला समिति और स्थानीय लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और आभार व्यक्त किया।
इस कार्यक्रम में शाहपुर के एसडीएम करतार चंद, रैत के बीडीओ अनिल, कांग्रेस नेता सुरजीत राणा और देवदत्त शर्मा, आईटीआई-शाहपुर के प्रिंसिपल चैन सिंह, शाहपुर के SHO करतार सिंह, पंचायत प्रधान बबीता और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
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