राज्य सरकार ने सभी श्रेणियों की बसों (साधारण, डीलक्स और वोल्वो/लग्ज़री) में 15 प्रतिशत तक किराया बढ़ा दिया है। कुछ समय पहले ही न्यूनतम बस किराया बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया गया था।
आज जारी आदेश के अनुसार, पर्वतीय क्षेत्रों में साधारण बसों का किराया 2.50 रुपये प्रति किलोमीटर तथा मैदानी क्षेत्रों में 1.60 रुपये प्रति किलोमीटर निर्धारित किया गया है। डीलक्स बसों के लिए पर्वतीय क्षेत्रों में किराया 3.10 रुपये प्रति किलोमीटर तथा मैदानी क्षेत्रों में 1.95 रुपये प्रति किलोमीटर होगा। वोल्वो/लग्ज़री बसों के लिए पर्वतीय क्षेत्रों में 5.20 रुपये प्रति किलोमीटर तथा मैदानी क्षेत्रों में 3.90 रुपये प्रति किलोमीटर किराया लिया जाएगा।
पिछली भाजपा सरकार में परिवहन मंत्री रहे बिक्रम ठाकुर ने सरकार के इस फैसले को जनविरोधी बताया है। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले न्यूनतम बस किराया बढ़ाए जाने के बाद लिया गया यह फैसला राज्य के लोगों के लिए अनुचित है। उन्होंने कहा, “एचआरटीसी आम लोगों की जीवन रेखा है। सरकार परिवहन सेवाओं को आम लोगों के लिए सस्ता और सुलभ बनाने के बजाय महंगा बना रही है।” अन्य भाजपा नेताओं ने भी सरकार के इस फैसले की आलोचना की है।
एक निजी बस ऑपरेटर ने कहा कि पहाड़ी इलाकों और मैदानी इलाकों में प्रति किलोमीटर के आधार पर बस किराए में अंतर लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “किराए में बढ़ोतरी प्रति किलोमीटर के आधार पर होनी चाहिए, न कि पूरे किराए के प्रतिशत के रूप में। यह मैदानी इलाकों में बस चलाने वालों के साथ अन्याय है।”
उन्होंने कहा कि सरकार को एचआरटीसी बसों में महिला यात्रियों को दी जा रही 50 प्रतिशत छूट को वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा, “यह निजी ऑपरेटरों के साथ अन्याय है।”
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