फरीदाबाद, 4 सितंबर दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर गदपुरी के पास 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा की हत्या के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों की पहचान अनिल, किशन, वरुण आदेश और सौरव के रूप में हुई है। इन आरोपियों को गौरक्षक बताया जा रहा है जिन्होंने आर्यन और उसकी कार में बैठे अन्य परिचितों को पशु तस्कर समझकर हाईवे पर लगभग 30 किलोमीटर तक उनका पीछा किया और फायरिंग की।
पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपियों को एक मुखबिर से सूचना मिली थी कि डस्टर और फॉर्च्यूनर कार सवार कुछ पशु तस्कर शहर में सक्रिय हैं। इन्हें लगा कि ये लोग पशु तस्करी के लिए कंटेनर लाने की योजना बना रहे हैं। जब आरोपियों ने पटेल चौक पर एक डस्टर कार देखी, उन्होंने कार चालक को रोकने की कोशिश की। कार चालक हर्षित ने आरोपियों को पहचानकर कार की रफ्तार बढ़ा दी, जिससे आरोपियों ने पीछा किया और कार पर फायरिंग शुरू कर दी।
गदपुरी टोल प्लाजा पर आरोपियों ने कार के पीछे से गोली चलाई, जो आर्यन मिश्रा के कान के पास गर्दन में लगी। इसके बाद, एक और गोली आर्यन के सीने में मारी गई, जिससे उसकी मौत हो गई। आरोपी अवैध हथियार का इस्तेमाल कर रहे थे।
पुलिस ने शुक्रवार को आरोपियों को अदालत में पेश किया और दो दिन की रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ शुरू की। पुलिस अब पीड़ित परिवार से आरोपियों की पहचान कराने की प्रक्रिया में जुटी है। पुलिस इस मामले की विभिन्न पहलुओं से जांच कर रही है।
एसीपी क्राइम ब्रांच अमन यादव ने बताया कि 24 अगस्त की रात को हाईवे पर आर्यन नाम एक युवक की मौत हुई थी। इसी संदर्भ में जिले में कमिश्नर द्वारा कई टीमों को इस मामले की जांच करने के लिए लगाया गया था। घटना के पांच दिन बाद क्राइम ब्रांच की एक टीम को कामयाबी मिली जिसमें पांच आरोपियों को पकड़ा गया। आरोपियों के नाम अनिल, किशन, वरुण, आदेश और सौरव हैं। सभी को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया। इसके अलावा पुलिस ने घटना में इस्तेमाल गाड़ी और हथियार भी बरामद कर लिया है।