मुक्तसर जिले के बादल गांव स्थित दशमेश गर्ल्स कॉलेज में बीए-3 की छात्रा फरीदकोट की सिमरनप्रीत कौर बराड़ ने रविवार को कतर के दोहा में अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) विश्व कप फाइनल में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने 41 अंकों के साथ जूनियर विश्व रिकार्ड की बराबरी की तथा चीन की याओ कियानक्सुन (36) और जर्मनी की डोरेन वेनेकैम्प (30) को पीछे छोड़ते हुए भारत के लिए शीर्ष पोडियम स्थान हासिल किया।
सिमरनप्रीत अपने परिवार में इकलौती लड़की है। उसके पिता शमिंदर सिंह एक सेवानिवृत्त सरकारी शिक्षक हैं, जबकि उसकी माँ हरचरण कौर एक सरकारी शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं। आईएसएसएफ की आधिकारिक वेबसाइट पर सिमरनप्रीत के हवाले से कहा गया, “पदक जीतने के बाद मैं बहुत अच्छा महसूस कर रही हूँ, और मेरे लिए यह एक अद्भुत एहसास है कि मैंने अपनी तकनीक में सुधार किया और स्क्रीन पर ध्यान देने के बजाय शॉट लगाने पर ध्यान केंद्रित किया। मैं शांत थी, लेकिन फ़ाइनल में अंदर ही अंदर घबराहट थी, और मैंने उसे सही तरीके से अंजाम दिया।”
उत्साहित शमिंदर सिंह ने कहा, “सिमरनप्रीत 11 साल की उम्र से ही निशानेबाजी का अभ्यास कर रही है। वह ओलंपिक में भाग लेना चाहती है और देश के लिए पदक जीतना चाहती है।” शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के प्रमुख एवं कॉलेज के चेयरमैन सुखबीर सिंह बादल और प्रिंसिपल डॉ. एसएस संघा ने उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि की सराहना की।
पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हुए सिमरनप्रीत ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 में दो स्वर्ण पदक जीते।


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