November 15, 2024
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पंजाब में खेतों में आग लगाने की घटनाओं में 400 नए मामले सामने आने के बाद अब तक 7,000 से अधिक मामले सामने आए हैं

पंजाब में खेतों में आग लगाने की 418 नई घटनाएं सामने आने के साथ ही राज्य में खेतों में आग लगाने की घटनाओं की संख्या 7,000 के आंकड़े को पार कर गई।

इस बीच, पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में सोमवार को वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में रही। हालांकि, चंडीगढ़ का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा।

पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर के आंकड़ों के अनुसार, 15 सितंबर से 11 नवंबर तक पंजाब में पराली जलाने की कुल 7,029 घटनाएं हुई हैं।

आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को संगरूर में खेतों में पराली जलाने की 103 घटनाएं हुईं, जो राज्य में सबसे अधिक है। इसके बाद फिरोजपुर में 72, मुक्तसर में 46, मोगा में 40, मानसा में 37, फरीदकोट में 29 और बठिंडा में 24 घटनाएं हुईं।

आंकड़ों के अनुसार, गुरदासपुर और एसबीएस नगर जिलों में पराली जलाने की सबसे कम घटनाएं एक-एक हुईं।

पंजाब में 3 नवंबर से अब तक खेतों में पराली जलाने की करीब 3,000 घटनाएं हो चुकी हैं।

चंडीगढ़ की वायु गुणवत्ता लगातार ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समीर ऐप के अनुसार, जो हर घंटे अपडेट देता है, चंडीगढ़ में शाम 7 बजे AQI 331 दर्ज किया गया।

हरियाणा के स्थानों में, जींद में AQI 286, गुरुग्राम (284), चरखी दादरी (283), भिवानी (272), बहादुरगढ़ (271), सोनीपत (254), यमुनानगर (237), पंचकुला (232) और रोहतक ( 226).

पंजाब के मंडी गोबिंदगढ़ में वायु गुणवत्ता सूचकांक 245, जालंधर में 222, अमृतसर में 213 तथा लुधियाना और पटियाला में 203-203 रहा।

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