रामपुर, 10 मई लुहरी हाइड्रो परियोजना से प्रभावित किसानों ने उनकी मांगों पर ध्यान न देने पर सरकार और एसजेवीएन अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। किसान नेताओं ने कहा कि भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 का घोर उल्लंघन किया गया है और परियोजना के लिए किसानों से औने-पौने दाम पर जमीन अधिग्रहीत की गई है।
किसानों ने कहा कि प्रदूषण के कारण हुए नुकसान का मुआवजा नहीं दिया जा रहा है और ब्लास्टिंग के कारण उनके घरों में आई दरारों का सर्वेक्षण नहीं किया जा रहा है। नेताओं ने आरोप लगाया कि एक निजी कंपनी नोगली और दत्तनगर में अवैध रूप से परियोजना का कचरा डंप कर रही है। उन्होंने कहा कि अवैध डंपिंग स्थलों से उठने वाली धूल से फसलें खराब हो रही हैं।
निरमंड एसडीएम से बार-बार अनुरोध करने के बावजूद किसानों की समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। किसानों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हर दिन सैकड़ों किसान प्रदर्शन में हिस्सा लेते रहेंगे।
हिमाचल किसान सभा के राकेश सिंघा, ओंकारशाद, देवकी नंद और प्रेम चौहान; धरने पर किसान सभा लूहरी हाइड्रो प्रोजेक्ट कमेटी के अध्यक्ष कृष्ण राणा और सचिव ओपी चौहान मौजूद रहे।
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