हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि किसानों को अनाज मंडियों में अपनी फसल बेचने के लिए ई-खरीद एप्लीकेशन का उपयोग करके घर बैठे ई-गेट पास बनाने की सुविधा दी गई है।
उन्होंने कहा कि किसान अपनी सुविधानुसार ई-गेट पास बनाकर अपनी पूरी फसल मंडी में बेच सकते हैं।शुक्रवार को राज्य सरकार के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में जिला सचिवालय जगाधरी में बतौर मुख्य अतिथि हरियाणा जन विश्वास-जन विकास पुस्तिका का विमोचन करते हुए मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि 19 दिसंबर, 2024 को सभी 24 फसलों के एक-एक दाने की एमएसपी पर खरीद की अधिसूचना जारी की गई थी।
इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना-2.0 के तहत पात्र लोगों को 100-100 गज के प्लाटों के आवंटन पत्र प्रदान किए।
उन्होंने कहा कि खरीफ सीजन 2024 से किसानों की फसलों का भुगतान एग्जिट गेट पास जारी होने के 48 घंटों के भीतर डीबीटी के माध्यम से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नकली खाद, बीज और कीटनाशक बनाने और बेचने वालों को पाँच साल की सजा देने का कानून लागू किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि मौसमी फसलों के लिए जलवायु-अनुकूल फसल किस्में उपलब्ध कराना एक सतत प्रक्रिया है।
राणा ने बताया, “चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार इस विषय पर काम कर रहा है। पिछले चार वर्षों में विश्वविद्यालय ने विभिन्न फसलों की 44 किस्मों को मंजूरी दी है।”
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले विधानसभा चुनाव में घोषणापत्र में किए गए 217 वादों में से 46 को मात्र एक वर्ष में पूरा कर दिया है। राणा ने कहा, “158 वादों पर काम चल रहा है और सरकार इसी वित्तीय वर्ष में कुल 90 वादे पूरे कर लेगी।”