August 6, 2025
Haryana

किसानों की फसलें सरकारी पोर्टल पर ‘गलत’ नामों से दर्ज, बीकेई ने कार्रवाई की मांग की

Farmers’ crops registered under ‘wrong’ names on government portal, BKE demands action

भारतीय किसान एकता (बीकेई) के प्रदेश अध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख ने हरियाणा में “मेरी फसल मेरा ब्योरा” पोर्टल में कथित तौर पर चल रही धोखाधड़ी के बारे में गंभीर चिंता जताई है।

उन्होंने कहा कि कई किसानों ने शिकायत की है कि उनकी फसल का पंजीकरण उनकी जानकारी के बिना किसी और के नाम पर कर दिया गया। औलख ने कहा कि यह धोखाधड़ी हर साल हो रही है। राजस्व विभाग के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों की मदद से अपराधी, किसानों की फसलों का पंजीकरण फर्जी नामों से करवाकर अनुचित लाभ उठा रहे हैं।

गोरीवाला तहसील के राजपुरा गांव में लीलाधर, सरोज, निर्मल, कालूराम और बालमुकुंद सहित कई किसानों ने जब अपनी फसलों का पंजीकरण कराने का प्रयास किया तो उन्हें पता चला कि उनकी फसलें पहले से ही साहिला नाम से पंजीकृत हैं, जिसका मोबाइल नंबर भी साहिला के नाम पर है।

ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई गई है, लेकिन जब किसानों ने ओढां थाने में स्थानीय पुलिस से संपर्क किया, तो उन्हें टरका दिया गया। पुलिस का कहना था कि मामला उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता।

निराश होकर किसानों ने सिरसा के कृषि उपनिदेशक को शिकायत भेजकर फर्जी पंजीकरण रद्द करने का अनुरोध किया ताकि वे अपनी फसलों का सही ढंग से पंजीकरण करा सकें।

इसी तरह का एक मामला रानिया तहसील के सादेवाला गांव में भी सामने आया है, जहां किसान नरेंद्र सिंह, बजीर सिंह, हनुमान और गिरदावरी देवी ने पाया कि उनकी फसलों का पंजीकरण गलत तरीके से सकुनत नाम से कर दिया गया है, जिसमें मोबाइल नंबर भी शामिल है।

औलख ने कहा कि हरियाणा में हर साल ऐसे सैकड़ों मामले सामने आते हैं, लेकिन सरकार इनका स्थायी समाधान निकालने में नाकाम रही है। उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया कि वह सभी पुलिस थानों को ऐसी शिकायतों को गंभीरता से लेने और धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दे। उन्होंने प्रभावित किसानों के लिए न्याय की मांग की।

औलाख ने राज्य की डिजिटल व्यवस्था पर अत्यधिक निर्भरता की भी आलोचना की और कहा, “किसान अपने खेतों में काम करने के बजाय पोर्टल की समस्याओं में उलझे हुए हैं। सरकार को किसानों को इस झंझट से मुक्त कराना चाहिए।”

इस मुद्दे पर कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. सुखदेव कंबोज ने कहा कि ज़्यादातर किसान अपना डेटा सही दर्ज कर रहे हैं, लेकिन कुछ मामलों में डेटा एंट्री करते समय गलतियाँ हो जाती हैं, जिससे गलत जानकारी सामने आ जाती है। उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी किसान को लगता है कि उनका डेटा गलत है, तो वे तुरंत ‘मेरी फ़सल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएँ, समस्या का समाधान किया जाएगा।

Leave feedback about this

  • Service