कुरुक्षेत्र में गन्ने का रेट बढ़ाने की मांग को लेकर किसान फिर सड़कों पर उतर आए हैं। भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट से जुड़े किसान आज प्रदेश भर में जिला उपायुक्त कार्यालयों के बाहर धरना दे रहे हैं, जिसके बाद ज्ञापन सौँपा जाएगा। कुरुक्षेत्र में भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में जिला भर के किसान सुबह ही जिला सचिवालय परिसर में एकत्रित हुए, जहां उन्होंने धरना शुरू कर दिया है।
इस दौरान किसानों को संबोधित करते हुए गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि पिछले छह साल से महंगाई आसमान पर पहुंच गई है,लेकिन गन्ने के दाम में मामूली बढ़ौतरी इतने साल में की गई है, जो नाकाफी है। कई जगह यह बढ़ोतरी की ही नहीं। यहां तक कि उत्तरप्रदेश जैसे राज्य में लंबे समय से गन्ना उत्पादक किसानेां का करीब नौ करोड़ रुपये बकाया है।
सरकार की ऐसी नीतियों के चलते किसान गन्ना उत्पादन करने से विमुख होने लगा है। उन्होंने मांग की कि सरकार गन्ने का उचित रेट बढ़ाए तो वहीं खाद, बीज व दवाओं के रेट कम किए जाए, ताकि फसल उत्पादन पर लागत कुछ कम हो सके। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश की सरकार किसानों का लगातार शोषण कर रही है।एमएसपी लागू करना तो दूर उन्हें सरकार द्वारा घोषित किया गया फसलों का भी पूरा मूल्य नहीं दिया जा रहा। सरकार की ऐसी नीतियों से किसानों में रोष गहराया हुआ है। धरने में यूनियन प्रदेशाध्यक्ष कर्म सिंह मथाना, जिलाध्यक्ष कृष्ण कलालमाजरा व सैंकड़ों अन्य किसान भी शामिल है।
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