रोहतक जिले के विभिन्न गांवों के किसानों ने सिंचाई एवं पेयजल की कमी के विरोध में बुधवार को रोहतक स्थित सिंचाई विभाग कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी किसानों ने आरोप लगाया कि उन्हें पीने के लिए पानी खरीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है तथा उन्हें अपने खेतों की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। उन्होंने मांग की कि पर्याप्त पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, अन्यथा किसान सभा बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू करेगी।
किसान सभा के जिला अध्यक्ष प्रीत सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाए और मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन स्थानीय कार्यकारी अभियंता को सौंपा।
बाद में जारी एक बयान में किसान सभा के जिला सचिव बलवान सिंह खरक ने कहा कि किसानों ने जिले के कई गांवों में नहरी पानी की कमी के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया है।
प्रदर्शनकारी किसानों को संबोधित करते हुए किसान सभा के महासचिव सुमित दलाल ने कहा कि जिले के करोथा, मायना, शिमली, सीसर, समचाना, खरावर, भगवतीपुर, टिटोली, चिरी, बलब, खरक व कई अन्य गांवों के किसानों को कई दिनों से पीने व सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है।
उन्होंने कहा, “जिन गांवों में नहरी पानी की आपूर्ति महीने में सात दिन होती थी, वहां अब यह केवल तीन या चार दिन ही मिल रहा है।” दो वर्ष पहले बाढ़ के दौरान लगाए गए अस्थायी पंपों पर पंप ऑपरेटर के रूप में काम करने वाले ग्रामीणों ने वेतन न मिलने पर दुख जताया।
सिंचाई विभाग के संबंधित अधिकारियों ने प्रदर्शनकारी किसानों और ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनकी चिंताओं का शीघ्र समाधान किया जाएगा