न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), उर्वरकों की पर्याप्त आपूर्ति और फसल नुकसान के मुआवजे की मांग को लेकर सैकड़ों किसानों ने आज भट्टू कलां में विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन अखिल भारतीय किसान सभा द्वारा आयोजित किया गया था और इसका नेतृत्व जिला प्रमुख विष्णुदत्त शर्मा ने किया था।
उन्होंने कहा कि फतेहाबाद ज़िले का एक बड़ा हिस्सा जलभराव और खारी मिट्टी से प्रभावित है, जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा, “किसान कर्ज़ के चक्रव्यूह में फँसे हुए हैं। न तो उन्हें मंडियों में एमएसपी मिल रहा है और न ही सरकार कोई राहत दे रही है। कई किसान तो अगली फसल भी नहीं बो पा रहे हैं।”
किसानों ने डीएपी की कमी और डीलरों द्वारा इसकी कथित कालाबाज़ारी पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि कुछ व्यापारी किसानों को उर्वरक के साथ-साथ अनावश्यक उत्पाद भी खरीदने के लिए मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि उर्वरक वितरण सहकारी समितियों के माध्यम से किया जाए और गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे आंदोलन तेज करेंगे।
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