चंडीगढ़, 16 फरवरी । पंजाब में प्रदर्शनकारी किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए सरकारी स्वामित्व वाली पंजाब रोडवेज, पनबस और निजी सार्वजनिक परिवहन बस ऑपरेटरों के कर्मचारी शुक्रवार को हड़ताल पर चले गए, जिससे पाँच हजार से अधिक बसें सड़कों से नदारद रहीं।
किसानों के ‘भारत बंद’ का असर सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक रहेगा। पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी इसका असर देखा गया क्योंकि दुकानें और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
बंद के समर्थन में पंजाब में पेट्रोलियम डीलरों ने फिलिंग स्टेशन बंद कर दिये।
कई किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं को आप शासित पंजाब में कई स्थानों पर व्यापारियों से विरोध-प्रदर्शन के लिए अपनी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखने के लिए कहते देखा गया।
किसान नेताओं ने कहा कि वे बंद के दौरान प्रमुख सड़कों को अवरुद्ध करेंगे और टोल प्लाजा पर कब्जा कर लेंगे।
पटियाला, लुधियाना, बठिंडा, मोगा, होशियारपुर, जालंधर और अन्य स्थानों से दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद होने की खबरें मिलीं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यहां बताया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए दोनों राज्यों में पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
हड़ताल के कारण राज्य भर में लोगों, विशेषकर महिलाओं को असुविधा का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों ने कहा कि उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए टैक्सी लेनी पड़ी।
Leave feedback about this