लाहौल-स्पीति और कुल्लू ज़िलों के किसानों ने कीरतपुर-मनाली चार-लेन राजमार्ग के मंडी-कुल्लू खंड की खराब स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है, जिससे उनकी कृषि और बागवानी उपज को दूर-दराज़ के बाज़ारों तक समय पर पहुँचाने में दिक्कत आ रही है। इस महत्वपूर्ण मार्ग पर बार-बार होने वाले भूस्खलन के कारण यातायात में भारी व्यवधान आ रहा है, और इस महीने कई बार 40 घंटे से भी ज़्यादा समय तक जाम लगा रहा। इसके परिणामस्वरूप जल्दी खराब होने वाली वस्तुएँ सड़ रही हैं और किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
लाहौल-स्पीति की ग्राम पंचायत केलोंग के प्रधान सोनम ज़ंगपो ने द ट्रिब्यून को बताया कि कुल्लू और मंडी के बीच यातायात जाम के कारण सब्ज़ियों से भरे ट्रक, खासकर फूलगोभी और मटर, गाड़ियों में ही सड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, “भूस्खलन के कारण लंबे समय तक रुकने के कारण सब्ज़ियाँ सड़ रही हैं जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।”
कुल्लू के सेब उत्पादक भी उतने ही परेशान हैं। सेब की कटाई का चरम मौसम चल रहा है, ऐसे में उन्हें डर है कि उनकी उच्च-मूल्य वाली उपज समय पर बाज़ारों तक नहीं पहुँच पाएगी। मनाली के सेब उत्पादक मनु शर्मा और कुल्लू के राजीव किमटा ने कहा, “स्थिति गंभीर है। हम मंडी और कुल्लू, दोनों ज़िलों के उपायुक्तों से आग्रह करते हैं कि वे यातायात को सुचारू बनाने के लिए समन्वय से काम करें। सेब और सब्ज़ियों से लदे ट्रकों को आवाजाही में प्राथमिकता दी जानी चाहिए। यातायात की भीड़भाड़ को तत्काल कम करने के लिए एक समर्पित व्यवस्था बनाई जानी चाहिए।”
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