जिले में धान की सीधी बिजाई के लिए किसानों को प्रशिक्षित एवं प्रोत्साहित करने के लिए कृषि विभाग ने कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (आत्मा) योजना के तहत गांव धर्मगढ़ में प्रगतिशील किसान बलबीर सिंह के खेत में ‘फार्म ट्रेनिंग स्कूल’ खोला है।
मुख्य कृषि अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि ‘पाठशाला’ में कृषि विशेषज्ञ किसानों और प्रवासी मजदूरों को धान की रोपाई के लिए भूजल दोहन को रोकने के उद्देश्य से टिकाऊ खेती के तरीकों का प्रशिक्षण दे रहे हैं। कुमार ने कहा कि आधुनिक तकनीकें पानी बचाने और पंजाब की समृद्धि को बनाए रखने में मदद करेंगी। उन्होंने कहा कि और भी सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें किसानों को समय-समय पर किए जाने वाले कार्यों के बारे में तकनीकी जानकारी दी जाएगी।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने डीएसआर (चावल की सीधी बुवाई) विधि अपनाने वाले किसानों के लिए 1,500 रुपये प्रति एकड़ की सब्सिडी की घोषणा की है। कुमार ने कहा कि लाभ प्राप्त करने के लिए पंजीकरण अनिवार्य है और इसे 30 जून, 2024 तक ऑनलाइन पोर्टल www.agrimachinerypb.com पर पूरा किया जा सकता है।
डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरमानजीत सिंह ने बताया कि किसानों को एटीएमए स्कीम के तहत की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि किसान इस स्कीम के तहत विभिन्न सहायक व्यवसायों का प्रशिक्षण लेकर अपना खुद का स्टार्टअप स्थापित कर सकते हैं।
कृषि विकास अधिकारी इकबालप्रीत सिंह ने किसानों को धान की सीधी बिजाई के बारे में तकनीकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बलबीर सिंह पिछले कई सालों से धान की सीधी बिजाई कर रहे हैं और धान की पराली को आग नहीं लगाते। प्रगतिशील किसान बलबीर सिंह ने धान की सीधी बिजाई के बारे में किसानों के साथ अपने अनुभव साझा किए।
केवीके की सहायक प्रोफेसर रीत वर्मा ने किसानों को धान की फसल में लगने वाले कीटों और विभिन्न बीमारियों तथा उनसे निपटने के उपायों के बारे में जानकारी दी।