पंचकूला, 3 अप्रैल
यहां अमरावती एन्क्लेव में आसमा बार और रेस्तरां में लगी आग ने गगनचुंबी इमारतों वाले समाजों में अग्निशमन प्रणाली की खराब स्थिति को उजागर कर दिया है। सेक्टर 20 में कुल 114 में से 112 सोसायटियों में व्यवस्था कथित तौर पर गैर-कार्यात्मक है।
अग्निशमन विभाग के सूत्रों के मुताबिक, इन 112 सोसायटियों के पास अग्निशमन उपकरण होने के बावजूद पिछले करीब 20 साल से अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं मिला है
निवासियों का दावा है कि इन सोसायटियों में अग्निशमन प्रणाली का विभाग द्वारा पिछले 20 वर्षों से निरीक्षण नहीं किया गया है।
कुछ सोसायटियों के औचक सर्वेक्षण से पता चला कि अधिकांश मालिकों ने पदाधिकारियों के विरोध के बावजूद अवैध रूप से आग की नली को ढक कर कमरों का निर्माण किया है। हाइड्रेंट बक्सों से होज गायब थे, फायर अलार्म खराब थे और बेसमेंट में स्प्रिंकलर नहीं थे।
विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुसार गगनचुंबी इमारतों की जमीन और छत पर क्रमश: 50,000-80,000 लीटर की क्षमता वाली पानी की टंकी होनी चाहिए। हर मंजिल पर 50-60 फीट की नली वाले हाइड्रेंट बॉक्स होने चाहिए। इसके अलावा, हर मंजिल में पोर्टेबल अग्निशमन उपकरण होने चाहिए।
योगेंद्र क्वात्रा, उपाध्यक्ष, सेक्टर 20 रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन, ने कहा कि अधिकांश सोसायटियों का निर्माण 2000 में किया गया था। लगभग तीन वर्षों के लिए, अग्निशमन कर्मचारियों ने अग्निशमन प्रणाली का निरीक्षण किया था और विसंगतियों के लिए सोसायटियों को नोटिस जारी किया था। इसके बाद किसी भी कर्मचारी ने व्यवस्था का निरीक्षण नहीं किया। उन्होंने कहा कि सेक्टर 20 में कुल 114 में से 112 सोसायटियों में सिस्टम काम नहीं कर रहा है।
जिला अग्निशमन अधिकारी तरसेम सिंह ने कहा कि अप्रैल के मध्य में “अग्नि सप्ताह” मनाया जाएगा और इससे पहले सभी 114 समाजों में अग्निशमन प्रणाली का निरीक्षण किया जाएगा। खराब सिस्टम को ठीक कराने के लिए सोसायटियों को नोटिस जारी किए जाएंगे। यदि फिर भी सोसायटियां अपनी व्यवस्था दुरुस्त नहीं कराती हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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