पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र में रविवार-सोमवार की रात झारखंड के पांडेय गैंग के दो अपराधियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोलीबारी में दो अन्य लोग जख्मी हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए पलामू के मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है। यह वारदात आपराधिक गिरोहों के बीच वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा मानी जा रही है।
पलामू की एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि मारे गए अपराधियों की पहचान भरत पांडेय और दीपक साव के रूप में हुई है। भरत पांडेय एक आपराधिक मामले में लंबे वक्त तक जेल में बंद था। वह बीते 22 दिसंबर को जेल से बाहर निकला था।
बताया गया कि पांडेय गिरोह के कई सदस्य पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के गरदा गांव में एक घर में दीपक साव नामक व्यक्ति के पुत्र की बर्थडे पार्टी में जुटे थे। रविवार-सोमवार की देर रात प्रतिद्वंद्वी आपराधिक गिरोह के लोग हथियारों से लैस होकर पहुंचे और घर का दरवाजा खुलवाकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगने से भरत पांडेय और दीपक साव ने मौके पर ही दम तोड़ तोड़ दिया, जबकि घर के दो अन्य लोग जख्मी हो गए। देर रात फायरिंग से इलाके में दहशत फैल गई।
भरत पांडेय और दीपक साव दोनों के खिलाफ हजारीबाग और रामगढ़ जिले के कई थाना क्षेत्रों में आपराधिक मामले दर्ज हैं। वे पुलिस की मोस्ट वांटेड क्रिमिनल्स की लिस्ट में शामिल थे। दोनों रामगढ़ कोयलांचल में सक्रिय कुख्यात पांडेय गैंग से जुड़े थे, लेकिन हाल में दोनों ने अलग से एक गैंग खड़ा कर लिया था।
वारदात की सूचना पाकर चैनपुर और पलामू के कई थाना क्षेत्रों की पुलिस मौके पर पहुंची। मारे गए अपराधियों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। गोली लगने से जख्मी हुए दो अन्य लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है।
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