सोलन, 17 जून
108 अग्निवीरों के पहले जत्थे ने आज जिले के सुबाथू में 14 गोरखा प्रशिक्षण केंद्र के सलारिया स्टेडियम में आयोजित एक प्रभावशाली सत्यापन परेड में शपथ ली।
अग्निवीरों का यह पहला बैच है, जिसे शपथ दिलाई गई है और यह भारतीय सेना में शामिल होगा। अग्निवीरों ने 24 सप्ताह का कठोर प्रशिक्षण पूरा कर लिया है जो 1 जनवरी से शुरू हुआ था।
प्रशिक्षण के प्रभारी कर्नल श्रंग पुन ने कहा, “भारतीय सेना के लिए यह एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि अग्निवीर एक नई अवधारणा है। 24 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के बाद 108 अग्निवीरों के बैच को शपथ दिलाई गई है।
उन्होंने कहा, “प्रशिक्षण में 10 सप्ताह से अधिक बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण जैसे विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया, इसके बाद शारीरिक गतिविधियों, रणनीति, संचालन, फायरिंग, शारीरिक फिटनेस, खेल, रात नेविगेशन, नक्शा पढ़ने आदि सहित एक उन्नत प्रशिक्षण शामिल है।”
उन्होंने कहा, “चूंकि अग्निवीरों की तकनीकी सीमा अधिक होती है, इसलिए इस पाठ्यक्रम में सूचना प्रौद्योगिकी आधारित प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया गया है।”
उन्होंने कहा, “बाकी सात सप्ताह के प्रशिक्षण में उन्नत सैन्य प्रशिक्षण शामिल है और यह कल से शुरू होगा। वे 5 अगस्त को स्नातक होंगे, जो भारतीय सेना के लिए एक और ऐतिहासिक दिन होगा क्योंकि पूरे देश में 40 से अधिक केंद्रों में प्रशिक्षित 20,000 से अधिक अग्निवीर रक्षा बलों में शामिल होंगे।
मेजर जनरल संजय मैनी, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, गोल्डन लायन, उप क्षेत्र, इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे।