शिमला, 17 जून पिछले दो हफ़्तों में राज्य की राजधानी और देश के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक शिमला से पांच लाख से ज़्यादा वाहन गुज़रे हैं, जिसका श्रेय पर्यटकों की भारी आमद को जाता है। इसमें शहर में प्रवेश करने और शहर से बाहर निकलने वाले सभी तरह के वाहन शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार तक 13 दिनों में 5,12,345 वाहन कस्बे में आए, जो कस्बे की कुल क्षमता के मुकाबले बहुत बड़ी संख्या है। औसतन, प्रतिदिन 25,000 से अधिक वाहन कस्बे में प्रवेश कर रहे हैं और बाहर जा रहे हैं।
शिमला के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजीव गांधी ने कहा कि पिछले दो हफ्तों में शहर में वाहनों की रिकॉर्ड संख्या में आमद देखी गई है। उन्होंने कहा, “शिमला से गुजरने वाले वाहनों की कुल संख्या दोगुनी हो गई है और शहर में वाहनों की आमद में सामान्य से 100 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।”
उन्होंने आगे कहा कि वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस ने यातायात की समस्या को कम करने के लिए कस्बे में एक मिनट की यातायात योजना को फिर से लागू किया है। एसपी ने कहा, “पिछले साल एक मिनट की यातायात योजना शुरू की गई थी और सेब के मौसम के साथ-साथ सर्दियों के मौसम में भी यह सफल रही थी। शहर में वाहनों की संख्या कम होने के कारण इस योजना को बंद कर दिया गया था और अब वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण इस योजना को फिर से शुरू किया गया है और इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।”
पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी से शहर के होटल व्यवसायियों और व्यापारियों के चेहरे खिल उठे हैं। अप्रैल से जून तक सात चरणों में हुए लोकसभा चुनावों के कारण शहर का पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र मुश्किल दौर से गुजर रहा था। हालांकि, पिछले दो सप्ताह से अंतरराष्ट्रीय और घरेलू पर्यटकों ने शहर का रुख किया है। पर्यटकों को शहर के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों पर मौज-मस्ती करते देखा जा सकता है। शिमला के अलावा पर्यटक कुफरी, नारकंडा, तनिजुब्बर, नालदेहरा आदि लोकप्रिय भ्रमण स्थलों की ओर भी जा रहे हैं। शिमला होटलियर्स एंड टूरिज्म स्टेकहोल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहिंदर सेठ ने कहा कि सप्ताहांत के दौरान होटलों में ऑक्यूपेंसी करीब 80 से 90 फीसदी तक पहुंच गई है, जबकि सप्ताह के दिनों में यह करीब 40 से 50 फीसदी थी। अपने पति और बच्चों के साथ मॉल में टहल रही दिल्ली की पर्यटक मीनाक्षी ने कहा कि शिमला उनके पसंदीदा हिल स्टेशनों में से एक है और वह यहां आने का कोई मौका नहीं छोड़ती हैं। उन्होंने कहा, “हरे-भरे देवदार के पेड़ों से घिरी सड़कों पर अपने परिवार के साथ टहलना एक अद्भुत अनुभव है।”