कुल्लू जिले के निरमंड की घाटु पंचायत के शरमाणी गाँव में भूस्खलन से दो घर नष्ट हो जाने से एक ही परिवार के पाँच सदस्यों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए। भूस्खलन रात लगभग डेढ़ बजे दोनों घरों पर हुआ, जिससे आठ निवासियों के घर भारी मात्रा में मलबे और कीचड़ में दब गए।
मृतकों की पहचान ब्रेस्टी देवी (50), चुन्नी लाल (32), अंजू देवी (25), भूपेश (5) और जागृति (8) के रूप में हुई है। घायल व्यक्तियों में शिवराम (52), धरम दास (48) और कला देवी (45) हैं और उन्हें निरमंड उपमंडल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
भूस्खलन के कारण ग्रामीणों में दहशत फैल गई और वे बचाव कार्य में सहायता के लिए दौड़ पड़े। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन की टीमों ने राहत और बचाव कार्य तेज़ी से शुरू किया। घाटू पंचायत के अध्यक्ष भोगराम, जिन्हें रात करीब 2 बजे सूचना मिली, भूस्खलन स्थल पर पहुँचे और उन्होंने मलबे में फंसे ग्रामीणों को पाया।
उन्होंने तुरंत जिला अधिकारियों को सूचित किया और स्थानीय लोगों की मदद से बचाव कार्य शुरू किया गया। निरमंड के एसडीएम मनमोहन सिंह ने बताया कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
एहतियाती उपाय के रूप में, आस-पास के तीन घरों को, जिन्हें असुरक्षित माना गया था, खाली करा दिया गया तथा निवासियों को अधिक भूस्खलन के बढ़ते खतरे के कारण सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित होने की सलाह दी गई।
इस साल अकेले कुल्लू में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 24 लोगों की मौत हो चुकी है। बचाव दल अलर्ट पर हैं और संकट से निपटने तथा और अधिक जान-माल की हानि को रोकने के लिए जिले में आपातकालीन टीमें तैनात की गई हैं।