August 11, 2025
Punjab

महान शहीदों के पदचिन्हों पर चलते हुए पंजाब और पंजाबियों की सेवा करेंगे: सीएम मान

 पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार राज्य के विकास और लोगों, विशेषकर आर्थिक रूप से कमजोर और समाज के वंचित वर्गों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए महान शहीदों के पदचिन्हों पर चल रही है।

आज यहां शहीद भगत सिंह धड़ोगल की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित समारोह के दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पवित्र भूमि के प्रत्येक इंच पर महान गुरुओं, संतों, महात्माओं, शहीदों और कवियों के पदचिह्न हैं।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों को कड़ी मेहनत और दृढ़ता की अदम्य भावना का आशीर्वाद मिला है, जिसके कारण वे अपने लिए जगह बनाते हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य में सामाजिक बंधन इतना मजबूत है कि पंजाब की उपजाऊ भूमि पर कोई भी बीज उग सकता है लेकिन नफरत का बीज किसी भी कीमत पर यहां अंकुरित नहीं होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब महान गुरुओं, संतों और महात्माओं की पवित्र भूमि है जिन्होंने हमें आपसी प्रेम और सहनशीलता का मार्ग दिखाया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों ने हमेशा प्रेम और सद्भावना के बंधन को मजबूत करके अत्याचार, अन्याय और उत्पीड़न का विरोध किया है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आजादी का फल हर घर तक पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजादी के 75 साल से अधिक समय बाद भी आजादी का लाभ अभी भी हर घर तक नहीं पहुंच पाया है।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों ने चिट्टा (ड्रग्स) का जाल फैलाने, जनता को लूटकर धन इकट्ठा करने, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने और अन्य बुराइयों के लिए स्वतंत्रता का दुरुपयोग किया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि शहीदों के सपने अभी भी साकार नहीं हुए हैं क्योंकि इन लोगों ने इसके लिए कभी कोई ठोस प्रयास नहीं किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबियों ने राष्ट्रीय स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और उनकी देशभक्ति के लिए सत्ताधारियों से किसी अनापत्ति प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि इन महान देशभक्तों और राष्ट्रीय नेताओं का इस तरह का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछली सरकारों ने कभी लोगों की चिंता नहीं की और व्यवस्था को बर्बाद कर दिया, जिसके कारण युवा विदेश जाना चाहते थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विडंबना यह है कि पिछली सरकारों के खराब प्रदर्शन के कारण हमारे राज्य के युवा उसी देश में जाकर काम करना चाहते हैं, जिसके शासकों को हमारे शहीदों और राष्ट्रवादियों ने हटा दिया था।

अपने पूर्ववर्तियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने अपने आधिकारिक पदों का दुरुपयोग करके अपार संपत्ति अर्जित कर बड़े-बड़े महल खड़े कर लिए हैं।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन आलीशान महलों की दीवारें ऊंची थीं और दरवाजे आम जनता के लिए बंद रहते थे और ये नेता जनता की पहुंच से दूर रहते थे, जिस कारण जनता ने इन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया।

मुख्यमंत्री ने इस बात पर दुख जताया कि पारंपरिक राजनीतिक दलों के उदासीन रवैये के कारण राज्य विकास की गति में पिछड़ गया है।

उन्होंने कहा कि इन पार्टियों के नेताओं ने अपनी सत्ता का दुरुपयोग करके राज्य की युवा पीढ़ी को बर्बाद कर दिया है।भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं ने कभी भी लोगों के कल्याण की चिंता नहीं की, बल्कि वे अपने परिवारों की समृद्धि पर ध्यान केंद्रित करते रहे।

इस बीच, मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘हिंद दी चादर’ (भारत के रक्षक) गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस के ऐतिहासिक अवसर को मनाने के लिए पंजाब सरकार भव्य और ऐतिहासिक समारोह आयोजित करेगी।

उन्होंने कहा कि गुरु साहिब के पदचिन्हों वाले स्थानों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जाएगा, जिसके लिए विस्तृत योजना पहले ही तैयार कर ली गई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए गुरु साहिब की गौरवशाली विरासत को कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध है।  

मुख्यमंत्री ने दोहराया कि राज्य सरकार उन ‘जरनैलों’ के प्रति कोई नरमी नहीं बरतेगी जो नशे के माध्यम से युवाओं के नरसंहार के पीछे अपराधी हैं।

उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों के व्यापार को संरक्षण देने वाले जरनैल को पहले ही सलाखों के पीछे डाल दिया गया है। उन्होंने कहा कि ये नेता न केवल राज्य भर में नशीले पदार्थों के व्यापार को संरक्षण देते थे, बल्कि विडंबना यह है कि वे अपने सरकारी वाहनों में भी नशीले पदार्थों की बिक्री/आपूर्ति करते थे।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहले किसी ने इन धनी नेताओं को गिरफ्तार करने की हिम्मत नहीं की थी, लेकिन अब उनकी सरकार ने ऐसा किया है और उन्हें अपने पापों की कीमत चुकानी पड़ेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उन्होंने पदभार संभाला था, तब राज्य भर में केवल 21 प्रतिशत कृषि भूमि की सिंचाई नहर के पानी से होती थी, लेकिन आज यह आंकड़ा बढ़कर 63 प्रतिशत हो गया है।

उन्होंने कहा कि सरकार के प्रभावी प्रयासों के कारण इतिहास में पहली बार नहरी और नदियों का पानी राज्य के अंतिम छोर के गाँवों तक पहुँच रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य के पानी को बचाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।

शहीद भगत सिंह धधोगल जी को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्र उन शहीदों का ऋणी है, जिन्होंने देश प्रेम के लिए सभी सांसारिक सुख, धन, संपत्ति और मोह त्याग दिए तथा दूसरों को आजादी का जुनून जगाया।

उन्होंने कहा कि शहीद सरदार भगत सिंह जी ढढोगल उन वीरों में से एक थे, जिन्होंने रियासतों के अत्याचार, उत्पीड़न, अन्याय और भेदभाव के खिलाफ लड़ना अपना कर्तव्य समझा और अंततः राष्ट्र के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि शहीद भगत सिंह जी परजा मंडल आंदोलन के अग्रणी व्यक्ति थे और सेवा सिंह ठीकरीवाल जी के बहुत करीबी थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली आंदोलन में सक्रिय भागीदारी के कारण उन्हें दस साल की सजा सुनाई गई थी। रिहाई के बाद उन्होंने गुरुद्वारा सुधार आंदोलन में भी भाग लिया।

उन्होंने कहा कि रियासती प्रजा मंडल (रियासतों का जन संघ) की स्थापना के बाद वे आंदोलन के अग्रणी व्यक्ति और प्रवक्ता के रूप में उभरे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आज 17 करोड़ 21 लाख रुपये की लागत वाली दो सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि पहली सड़क पंजाब मंडी बोर्ड द्वारा बनाई जा रही है, जो धुरी-अमरगढ़ रोड से धुरी-छींटा वाला रोड को जोड़ती है और धाधोगल, बुर्ज गोहरा, बुर्ज सेडा, चीमा, भारी मानसा और समुंदगढ़ छन्ना से गुज़रती है। इसी तरह, उन्होंने बताया कि दूसरी सड़क लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई जा रही है, जो अमरगढ़ को धुरी-बागरियां रोड से जोड़ती है और धाधोगल, खेड़ी जट्टां, लोहार माजरा और ई.सी. (बिजली कॉलोनी) से गुज़रती है।

भगवंत सिंह मान ने बताया कि ये सड़कें 18 फुट चौड़ी होंगी और पांच साल तक इस सड़क के रखरखाव की जिम्मेदारी भी ठेकेदार की होगी।

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